विपक्ष ने राज्यपाल के सम्मान को पहुंचाई ठेस, नहीं किया जा सकता माफ : जयराम ठाकुर

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शिमला, 03 मार्च (हि.स.)। मुख्यामंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि विपक्ष ने राज्यपाल के साथ जो दुर्व्यवहार किया, उसके लिए वह खुद जिम्मेदार है और इस मामले में विधानसभा अध्यक्ष का फैसला सही है। मुख्यमंत्री ने बुधवार को विपक्ष के वाकआउट के बाद कहा कि राज्यपाल के सम्मान को पहुंची ठेस के लिए विपक्ष को माफ नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि राज्यपाल के साथ विपक्ष द्वारा किया गया दुर्व्यवहार अब उसी के गले की हड्डी बन गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष की आज स्थिति यह हो गई कि उन्हें खुद ही पता नहीं लग रहा। उन्होंने कहा कि अब वे सदन की व्यवस्था पर प्रश्न खड़ा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 26 फरवरी को विपक्ष ने सदन की मर्यादा को ठेस पहुंचाई है और राज्यपाल के साथ दुर्व्यवहार किया है और इससे राज्यपाल के पद को ठेस पहुंची है। उन्होंने कहा कि अब विपक्ष के सदस्य कहते हैं कि चार मिनट पहले मैसेज मिला है। उन्होंने कहा कि यदि मैसेज कुछ समय पहले मिला, कोई बात नहीं। सदन एक घटना चला, यदि उन्हें आना होता तो वे सदन में आ सकते थे, लेकिन विपक्ष की मंशा ठीक नहीं थी। उन्होंने कहा कि वे सदन में अपनी बात रखते, लेकिन ऐसा नहीं किया। जयराम ठाकुर ने कहा कि विपक्ष के सदस्य ने जिस सेक्शन का जिक्र किया, उसमें एफआईआर होनी चाहिए थी, मार्शल के सामने सब हुआ है और ऐसी स्थिति में मार्शल के माध्यम से लिखा है तो क्या गलत किया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और राज्यपाल के साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं कर सकता है। अब विपक्षी सदस्यों के पास कोई रास्ता नहीं बचा है और नियमों के अनुसार कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा कि संवैधानिक व्यवस्था में जब कोई कार्य करते हैं और उनके मार्ग में यदि कोई बाधा डालता है तो उनके खिलाफ यह धारा लगेगी ही। सीएम ने कहा कि विपक्ष अपना पक्ष सदन में रख सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। उन्होंने कहा कि वे विपक्ष के सदस्यों के खिलाफ की गई कार्रवाई को जायज मानते हैं। उन्होंने विपक्ष के वाकआउट की निंदा की और कहा कि यदि विपक्ष सामने रहता तो अच्छा लगता, लेकिन नियमों की धज्जियां बार-बार उड़ाना सही नहीं है। हिन्दुस्थान समाचार/उज्ज्वल/सुनील

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