कांगड़ा में नूरपुर के एक ही परिवार के आठ लोगों सहित 13 कोरोना संक्रमित, सात ने दी कोरोना को मात
कांगड़ा में नूरपुर के एक ही परिवार के आठ लोगों सहित 13 कोरोना संक्रमित, सात ने दी कोरोना को मात

कांगड़ा में नूरपुर के एक ही परिवार के आठ लोगों सहित 13 कोरोना संक्रमित, सात ने दी कोरोना को मात

धर्मशाला, 29 जुलाई (हि.स.)। कांगड़ा जिला में कोरोना का कहर अब पारिवारिक फैलाव के रूप में बढ़ने लगा है। जिला में आए दिन कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ने लगा है जिसमें कई मामले परिवार में कोरोना संक्रमित सदस्यों के संर्पक में आने से अन्य सदस्य संक्रमित होने लगे हैं। जिला में बुधवार को आए कुल 13 मामलों में आठ कोरोना संक्रमित नूरपुर से एक ही परिवार से सम्बधित हैं। इनमें एक साल की बच्ची सहित चार बच्चे भी शामिल हैं। आज आए मामलों में सेना का एक जवान भी पॉजिटिव पाया गया है। हांलाकि राहत की बात यह है कि आज जिला में सात कोरोना संक्रमितों की रिपोर्ट नेगेटिव भी आई है। रविवार को आए 13 मामलों में आठ मामले नूरपुर से एक ही परिवार से हैं, जिनमें 67 वर्षीय बुर्जुग महिला, 47 वर्षीय उसका बेटा, 38 और 34 वर्षीय दो बहुएं, एक साल, तीन साल और 11 साल के पोतों सहित 11 साल की पोती शामिल है। इनके अलावा लुधियाना सेलौटा नूरपुर के गंगथ का 49 वर्षीय व्यक्ति, कोरोना संक्रमित के संर्पक में आने से ज्वाली के अमलेला की 40 वर्षीय महिला, कोचिन से लौटा धर्मशाला के चेलियां का 37 वर्षीय व्यक्ति, सेना अस्पताल योल में दाखिल 34 वर्षीय सेना का एक जवान तथा पालमपुर के नगरी का 53 वर्षीय व्यक्ति शामिल है। इस व्यक्ति का कोई यात्रा वृतांत नही है। इसे कोविड अस्पताल धर्मशाला भेजा गया है। जबकि सेना के जवान को छोड़कर अन्य सभी को कोविड केयर सेंटर डाढ़ भेजा गया है। उधर जिला में स्वस्थ हुए सात लोगों में हरोट से 52 वर्षीय व्यक्ति, थुरल का 28 वर्षीय युवक, बरांडा से सेना का 30 वर्षीय जवान, बैजनाथ के पपरोला का 21 वर्षीय युवक, थुरल के कोहाला का 23 वर्षीय युवक, बैजनाथ की 28 वर्षीय युवती तथा थुरल की 24 वर्षीय युवती शामिल है। उधर जिला में 13 नए मामले आने के बाद कोरोना संक्रमित लोगों का आंकड़ा 444 पंहुच गया है। जबकि अब तक 322 कोरोना मरीज स्वास्थ्य लाभ कर चुके हैं। जिला में अब 119 सक्रिय मरीज हो गए हैं तथा तीन की मौत हो चुकी है। हिन्दुस्थान समाचार/सतेंद्र/सुनील-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in