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जय राम ठाकुर ने किया स्नो फेस्टिवल का समापन

शिमला, 29 मार्च (हि. स.)। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने रविवार को शिमला से वर्चुअल माध्यम द्वारा लाहौल-स्पीति जिले के स्नो फेस्टिवल के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि 75 दिनों तक चला यह महोत्सव इस जनजातीय जिला की समृद्ध एवं विविध सांस्कृतिक परंपराओं व पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा। उन्होंने कहा कि अटल टनल ने विकास के नए रास्ते खोले हैं और वर्ष भर सम्पर्क सुविधा सुनिश्चित की है। इस टनल से पर्यटन विकास को भी बहुत बढ़ावा मिला है क्योंकि इसके माध्यम से यह मनमोहक और खूबसूरत घाटी विश्व भर के पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र बनी है। इससे न केवल स्थानीय लोगों को रोजगार और स्वरोजगार के अवसर मिलेंगे, बल्कि इस जिले के लोगों की अर्थव्यवस्था में भी बदलाव आएगा। जय राम ठाकुर ने कहा कि अटल टनल और पर्यटन धीरे-धीरे पर्याय बनते जा रहे है, यहां प्रतिदिन 5000 से अधिक पर्यटक वाहन लाहौल घाटी की ओर जाने के लिए इस टनल को पार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पर्यटकों को बेहतरीन बुनियादी ढांचा उपलब्ध करवाने के लिए कदम उठाए जाने की आवश्यकता है ताकि वे घाटी में आराम से रह सकें। उन्होंने कहा कि इस महोत्सव के माध्यम से विलुप्त होती जा रही कुछ परम्पराओं को पुनर्जीवित करने और दुनिया के सामने प्रदर्शित करने में मदद मिली है। इससे विश्व भर के पर्यटक घाटी में भ्रमण के लिए प्रेरित होंगे और उन्हें जनजातीय संस्कृति और वेशभूषा की झलक देखने को मिलेगी। उन्होंने कहा कि टनल को राष्ट्र को समर्पित करने से पहले यहां केवल 71 होम स्टे थे और आज पर्यटकों की जरूरतों के लिए 450 से अधिक होम स्टे उपलब्ध हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्नो फेस्टिवल में विविधता लाने के प्रयास किए जाने चाहिए ताकि विश्व को कुछ विशेष और नया प्रदर्शित किया जा सके। उन्होंने कहा कि अटल टनल को राष्ट्र को समर्पित करने के बाद आयोजित इस कार्यक्रम के बारे में वह प्रधानमंत्री को व्यक्तिगत रूप से अवगत कराएंगे। जय राम ठाकुर ने कहा कि घाटी में सी बकथोर्न की खेती को बढ़ावा देने के लिए भी कदम उठाए जाएंगे। इससे न केवल किसानों की अर्थव्यवस्था बल्कि क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। हिन्दुस्थान समाचार/सुनील/उज्जवल

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