मंडी में झमाझम बारिश, तपस को फिर दिया गच्चा, मौसम हुआ खुश्गवार
मंडी, 23 मई (हि. स.)। मौसम विभाग की भविष्यवाणी के उल्ट रविवार को मंडी में जमकर बारिश हुई, ओले भी पड़े, तेज आंधी भी चली और आसमान भी खूब गरजा। सुबह मौसम साफ था, चटक धूप निकली थी मगर जैसे जैसे दिन बीतने लगा, तपस बढऩे लगी। लोगों को लगा कि अब गर्मी तेज होकर रहेगी क्योंकि मई महीना खत्म होने को है और अभी तक भी मंडी के अधिकांश क्षेत्रों में लोगों के घरों में पंखे, कूलर व एसी नहीं चले हैं। गर्म कपड़े अभी अभी लोगों ने आलमारियों में बंद नहीं किए है क्योंकि गाहे बगाहे उनकी जरूरत बार बार पडऱही है। दोपहर होते होते मौसम में घुटन जैसी होने लगी और आसमान में घने बादल छा गए। अंधेरा जैसा छाने लगा, आसमान से बिजली गरजने लगी और तेज मूसलाधार बारिश शुरू हो गई। एक सप्ताह बाद हुई इस बारिश की जरूरत भी महसूस होने लगी थी। आसमान से ओले भी खूब बरसे और फिर एक बार से मौसम ने तपस को गच्चा देकर सब कूल कूल कर दिया। तेज आंधी व बारिश से कई जगह पर मकानों की छत्तों को नुकसान भी पहुंचा। मंडी शहर के खलियार में बनाए गए 200 बिस्तरों वाले कोविड अस्पताल मेक एंड शिफ्ट की छत्त को भी हल्का नुकसान इस तेज आंधी तुफान से हुआ है। इसी तरह से कई जगह पर आंधी ने पेड़ों की टहनियां भी तोड़ डाली। बारिश के चलते कोरोना कर्फ्यू एक तरह से जनता कर्फ्यू बन गया। जो लोग जरूरी कामों के लिए बाहर निकले भी थे वह भी घरों में जाकर बैठ गए । ऐसे में सडक़ें बाजार पूरी तरह से सूने हो गए। ऐसे में कोरोना की चेन तोडऩे के लिए लगाए गए कफ्र्यू में बारिश ने खूब मदद की। बारिश हो जाने से मक्की की बिजाई को भी फायदा हुआ। किसान इससे खुश हैं। गर्द धूल से भी लोगों को राहत मिली। हिन्दुस्थान समाचार/सुनील/उज्जवल