वाहन में इंटर्नल कंबशन इंजन के कार्यों की रीयल टाइम जानकारी देने वाला एल्गोरिदम विकसित
इंजन के काम में सुधार और वाहन के उत्सर्जन में कमी करने में सहायक एल्गोरिदम मंडी, 05 अप्रैल (हि. स.)। आईआईटी मंडी के शोधकर्ताओं ने बंगलुरु के रॉबर्ट बॉश इंजीनियरिंग एंड बिजनेस सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के साथ एक एल्गोरिथम का विकास किया है। जो वाहन के इंटर्नल कंबशन आईसी इंजन के कार्यों की रीयल टाइम जानकारी देगा ताकि उनके परिचालन को अधिक अनुकूल बना कर अधिक से अधिक इंधन सक्षम बनाया जाए और न्यूनतम उत्सर्जन का लक्ष्य भी पूरा हो। आईआईटी मंडी के स्कूल ऑफ कंप्यूटिंग एवं इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के असिस्टेंट प्रोफेसर डा. तुषार जैन ने इंटरनेशनल जर्नल ऑफ सिस्टम्स साइंस, टेलर एंड फ्रांसिस में यह शोध कार्य प्रकाशित किया है। डॉ. जैन और उनकी रिसर्च स्कॉलर सुश्री व्योमा सिंह के साथ-साथ बेंगलुरु के रॉबर्ट बॉश इंजीनियरिंग एंड बिजनेस सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के डॉक्टर विरुपाक्ष पाल इस शोधपत्र के सह-लेखक हैं। डॉक्टर जैन ने बताया कि इंजन के काम और वाहन के अंदर अन्य डिवाइस/सिस्टम के काम की रीयल-टाइम सटीक जानकारी आवश्यक है। जिसके लिए हमें इंजन के कई महत्वपूर्ण मानकों पर सूचना चाहिए। यदि सभी मानकों की सूचना मिलती रहे तो निरंतर निगरानी और आकलन से ड्राइवर के वाहन परिचालन में सुधार होगा जैसे गियर सही से बदलना और इस तरह वाहन का प्रदर्शन बेहतर होगा। तकनीकी दृष्टिकोण से इंजन डिजाइन करना और उसका अनुकूल प्रदर्शन सुनिश्चित करना सिस्टम की स्थितियों और इंजन के मानकों की सटीक जानकारी पर निर्भर करता है। उदाहरण के लिए पेट्रोल इंजन में एयर फ्यूल रेशियो (एएफआर) 14.67 हो र्तो इंधन का संपूर्ण दहन (कंबशन) होगा और इसके परिणामस्वरूप न्यूनतम उत्सर्जन और अधिकतम पावर सुनिश्चित होगा। असेंबली लाइन से निकलने वाले नए वाहन इन मानकों को पूरा करते हैं लेकिन पुराने होने पर परिचालन के मानक बदल जाते हैं और वाहन का परिचालन कम अनुकूल होता है। वहीं प्रमुख शोधकर्ता ने बताया कि पाट्र्स के गतिशील होने और परिचालन की स्थितियों की वजह से सभी मानकों को निरंतर मापने वाले सेंसर जो बाजार में उपलब्ध हैं, उन्हें लगाना या इंस्टॉल करना कठिन होता है। हम ने उनके ऑनलाइन अनुमान के लिए नए एल्गोरिदम का विकास किया है। जिसका इस्तेमाल आधुनिक, अधिक कारगर कंट्रोलर बनाने में किया जाएगा ताकि इंजन का बेहतर प्रदर्शन सुनिश्चित हो। प्रस्तावित एल्गोरिदम अनसेंटेड कॉलमन फिल्टर और रिकर्सिव लीस्ट-स्क्वायर्स मैथमेटिकल टेक्निक पर आधारित है जो इंजन के डायनामिक और मानकों का सटीक अनुमान देती है। शोधकर्ताओं ने उनकी पद्धति के कार्य प्रदर्शन का मानक देने के लिए इसका तुलनात्मक अध्ययन अत्याधुनिक अनुमान पद्धतियों से किया है। प्रस्तावित पद्धति की संख्यात्मक स्थिरता और मजबूती का मोंटे कार्लो सिमुलेशन के माध्यम से गहन विश्लेषण किया गया और अन्य पद्धतियों से बेहतर पाया गया। शोधकर्ता स्पार्क-इग्निशन इंजन के डायनेमिक्स का अनुमान लेने में सफल रहे हैं जैसे इनटेक मैनीफोल्ड प्रेशर, इंजन स्पीड और थ्रॉटल से गुजरते एयर फ्लो रेट के साथ-साथ इंजन के मानकों के अनुमान जो कथित डायनामिक्स का सटीक निर्धारण करते हैं। नए विकसित एल्गोरिद्म को प्रोग्राम किया जा सकता है और यह वाहनों में लगे इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोल यूनिट (ईसीयू) का हिस्सा बन सकता है। आईआईटी मंडी टीम ने जो एल्गोरिदम बनाई है वह आईसी इंजन की ऑनबोर्ड मॉनिटरिंग और कंट्रोल में मदद करेगा। इसकी मदद से अन्य वेरिएबल का भी निर्धारण किया जा सकता है जैसे बैटरी चालित वाहनों में स्टेट ऑफ चार्ज एसओसी की रियल टाइम जानकारी प्राप्त करना। हिन्दुस्थान समाचार/मुरारी/सुनील