नगरोटा में 25 वर्षों तक भाजपा की हार के लिए बिरमाणी जैसे लोग जिम्मेदार: अरूण मेहरा
नगरोटा में 25 वर्षों तक भाजपा की हार के लिए बिरमाणी जैसे लोग जिम्मेदार: अरूण मेहरा

नगरोटा में 25 वर्षों तक भाजपा की हार के लिए बिरमाणी जैसे लोग जिम्मेदार: अरूण मेहरा

धर्मशाला, 09 जून (हि.स.)। भाजपा विधायक अरूण मेहरा ने अपनी ही पार्टी के पूर्व में मंडल अध्यक्ष रहे डॉ नरेश बिरमाणी सहित पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जीएस बाली पर जमकर निशाना साधा। मंगलवार को नगरोटा में पत्रकार वार्ता में विधायक अरूण मेहरा ने कहा कि बिरमाणी जैसे लोगों की बजह से ही नगरोटा बगवां में 25 साल तक भाजपा जीत दर्ज नही कर पाई। उन्होंने नगरोटा में भाजपा की हार के लिए डा. बिरमाणी को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि बिरमाणी जैसे लोग कभी पार्टी के सच्चे हितैषी नहीं हो सकते। ऐसे लोगों की बजह से ही नगरोटा में लोग इतने वर्षों तक भाजपा का नाम बाली जनता पार्टी कहकर पुकारते थे। उन्होंने कहा कि बीते दिनों डॉ बिरमाणी ने उन पर व्यक्तिगत आरोप लगाए हैं, अगर वह उसके लिए माफी नहीं मांगते हैं तो उन्हें कोर्ट में ले जाया जाएगा। पत्रकारों से बातचीत में बीते दिनों कांगड़ा पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में हुई बैठक के मसले पर उन्होंने कहा कि पार्टी सांसद किशन कपूर के लिए बागी शब्द का इस्तेमाल नहीं किया था, यह शब्द डॉ बिरमाणी के लिए था। अगर सांसद कपूर को इसके लिए बुरा लगा हो तो मैं उसके लिए माफी मांगता हूं। हालांकि, उन्हें हमने बागी कहा ही नहीं है। वहीं भाजपा विधायक अरूण मेहरा ने पूर्व परिवहन मंत्री जीएस बाली के विकास को लेकर उठाए सवालों का जवाब देते हुए इसे 20 साल बनाम अढाई साल करार दिया है। मेहरा ने नगरोटा बगवां के विधायक के तौर पर अपने अढाई साल के कार्यकाल का लेखा-जोखा आज रखते हुए कहा कि वह जब से विधायक बने हैं, हर दिन विकास कार्यों के लिए कुछ ना कुछ नया करने का प्रयास किया है। जबकि बाली 20 वर्षों तक इस क्षेत्र से विधायक के साथ ही मंत्री भी रहे लेकिन नगरोटा की जनता विकास के लिए तरसती रही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में उपरी और निचले हिमाचल की लड़ाई के चलते कांगड़ा को विकास के नाम पर सिर्फ राजनीति ही मिली जबकि अब मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के कार्यकाल में पूरे हिमाचल का एक समान विकास हो रहा है। हिन्दुस्थान समाचार/सतेंद्र/सुनील-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in