लाकडाउन में फुटपाथों पर अतिक्रमण बढ़ा
लाकडाउन में फुटपाथों पर अतिक्रमण बढ़ा

लाकडाउन में फुटपाथों पर अतिक्रमण बढ़ा

नई दिल्ली, 12 जून (हि.स.)। दिल्ली के फुटपाथों पर अतिक्रमण वैसे तो आम बात है, लेकिन कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए लागू किए गए लॉकडाउन का फायदा उठाकर कुछ रेहड़ी-पटरी वालों ने ओखला मंडी के सामने की सड़क पर मंडी से लेकर ईस्ट ऑफ कैलाश के करीब तक फल एवं सब्जियों की रेहड़ियां और तख्त लगाकर सारे फुटपाथ को घेर लिया है। फुटपाथ पर पैदल चलने वाले परेशान हैं। अब यहां पैदल चलने वालों के लिए एक इंच जगह भी नहीं बची है। फल और सब्जी खरीदने वाले अपने वाहनों को रोड पर खड़ी करके खरीदारी करने लगते हैं। बीच रोड पर खड़े वाहन हादसों को निमंत्रण देते हैं। यहां कभी भी कोई हादसा हो सकता है, लेकिन न तो यहां पर खरीदारी करने वालों को चिंता है ना ही संबंधित विभाग को। ओखला मंडी से सब्जी खरीद रहे मुकेश कुमार ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि यहां पर रेहड़ी-पटरी लगाने वाले अधिकतर अल्पसंख्यक समुदाय के लोग हैं। पहले रेहड़ी केवल मंडी के साइड वाले रोड के फुटपाथ पर ही लगती थी, लेकिन कोरोना लाकडाउन के दिनों में अचानक इनकी संख्या बढ़ गयी है। अब ये रेहड़ियां दूसरी तरफ वाले रोड के फुटपाथ पर भी लगने लगी है और अब ये ईस्ट ऑफ कैलाश के करीब तक पहुंच गयी हैं। पुलिस कभी-कभी इन्हें हटाती है, लेकिन ये दोबारा अपना अड्डा जमा लेते हैं। प्रशासन से कोई कठोर कार्यवाही होती नहीं दिख रही है। उल्लेखनीय है कि दो साल पहले सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली के रिहायशी इलाकों के फुटपाथों पर से अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया था। कोर्ट ने कहा था कि फुटपाथ पर जो भी कब्जे हैं उन्हें 15 दिन का नोटिस देकर खाली कराएं। अगर कोई खुद नहीं हटता है तो संबंधित अथॉरिटी कब्जा हटाए और इसका खर्च उस कब्जा करने वाले से ही एरियर के रूप में वसूला जाए। लगातार अतिक्रमण करने वालों के लिए नियम बनाने पर विचार हो, जिससे उनकी बिजली-पानी जैसी सुविधाएं बंद की जा सकें। हिन्दुस्थान समाचार/ रतन सिंह-hindusthansamachar.in

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