मानवता और संवेदना की आईटीबीपी ने दी मिसाल
मानवता और संवेदना की आईटीबीपी ने दी मिसाल

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नई दिल्ली, 02 सितम्बर (हि.स.)। भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपी) के जवानों ने एक मृतक के शव को कंधों पर उठाकर 25 किलोमीटर दूर सड़क तक पहुंचाया, 8 घंटे चलकर मृतक के परिजनों तक पहुंचे। आईटीबीपी के प्रवक्ता के अनुसार, पिथौरागढ़ जिले की अग्रिम चौकी बुगदयार के नजदीक सीमांत गांव स्युनी में एक स्थानीय 30 वर्षीय युवक की मृत्यु के बाद शव पड़े होने की सूचना आईटीबीपी की 14वीं वाहिनी को मिली। 30 अगस्त, 2020 को यह सूचना मिलते ही आईटीबीपी के जवानों ने उस स्थान पर पहुंच कर शव को सुरक्षित किया। तेज बारिश केे कारण रास्ता वाहन के लिए बंद था। स्थानीय लोगों से वस्तुस्थिति समझने के बाद जवानों ने स्यूनी से लगभग 25 किलोमीटर दूर मुनस्यारी तक शव को स्ट्रेचर पर उठाकर मुनस्यारी तक पहुंचाया। बारिश के कारण रास्ता कई स्थानों पर बहुत खराब था लेकिन जवानों ने बहुत सावधानी पूर्वक सारा रास्ता तय किया। 30 अगस्त को दोपहर से पहले शुरू हुआ अभियान इसी दिन देर शाम लगभग साढ़े सात बजे समाप्त हुआ। कुल 8 जवानों ने बारी बारी से शव को कांधा देकर इसे पहले वाहन चलने योग्य सड़क और फिर मृतक के परिजनों तक पहुंचाया। इसके बाद मृतक का अंतिम संस्कार मृतक के गांव बंगापनी में किया गया। हिन्दुस्थान समाचार/अश्वनी-hindusthansamachar.in

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