प्रिंस पार्क क्षेत्र के प्रभावित लोगों को स्व-स्थानी आवास उपलब्ध कारएगी दिल्ली सरकार
प्रिंस पार्क क्षेत्र के प्रभावित लोगों को स्व-स्थानी आवास उपलब्ध कारएगी दिल्ली सरकार

प्रिंस पार्क क्षेत्र के प्रभावित लोगों को स्व-स्थानी आवास उपलब्ध कारएगी दिल्ली सरकार

नई दिल्ली, 26 सितम्बर (हि.स.)। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में हुई 29वीं बोर्ड बैठक में शनिवरा को दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (डूसिब) ने रक्षा मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय युद्ध संग्रहालय के निर्माण के कारण इंडिया गेट के पास प्रिंस पार्क क्षेत्र के प्रभावित लोगों को स्व-स्थानी (इन-सीटू) आवास उपलब्ध कराने का फैसला लिया है। डूसिब द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण के अनुसार, उस क्षेत्र में 203 परिवार रह रहे हैं। जब तक करोलबाग के पास देव नगर में 18 महीने में मकान बनाए जाएंगे, तब तक के लिए दिल्ली स्लम एंड जेजे पुनर्वास एवं पुनर्वास नीति 2015 (अब मुख्यमंत्री आवास योजना) के तहत उनकी पात्रता निर्धारित कर उन्हें द्वारका में आवास आवंटित किए जाएंगे। दिल्ली सरकार ने करोल बाग के पास देव नगर में 784 घर बनाने का फैसला किया है। इन लोगों को इन-सीटू आवास की सुविधा देने के लिए 102 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। जिन घरों का निर्माण किया जा रहा है, उनमें दो कमरे, एक रसोईघर, स्नानघर और सभी बुनियादी सुविधाएं जैसे पार्किंग की जगह, पार्क, सामुदायिक हॉल आदि होंगे। यह बिल्डिंग बहुमंजिला (स्टिल्ट प्लस 14 मंजिला) होगी, जिसमें लिफ्ट और फायर स्टेयर केसेज आदि होंगे। यह प्रोजेक्ट 18 महीने में पूरा हो जाएगा। इस प्रोजेक्ट की मुख्य विशेषताएं- - ईडब्ल्यूएस फ्लैटों की संख्या- 784 - बिल्डिंग की मंजिल संख्या- एस प्लस़ 14 - आवास ईकाई अवधि की कॉरपेट एरिया- 26.47 वर्गमीटर - बालकनी सहित आवास ईकाई का सुपर एरिया - 42.91 वर्गमीटर - प्रत्येक मंजिल पर आवास ईकाई की संख्या-56 - कुल भूखंड क्षेत्र- 9345.00 वर्गमीटर - लिफ्ट की संख्या- 4 - आवास ईकाई (डवलिंग यूनिट) में सुविधाएं - एक लिविंग रूम, एक बेडरूम, एक किचन, बाथरूम - अनुमानित लागत- 94,10,79,000 - प्री-बिड की तिथि- एक अक्टूबर - टेंडर खोलने की तिथि- 14 अक्टूबर इस बीच प्रिंस पार्क क्षेत्र के निवासियों को पहले से ही सेक्टर 16-बी (द्वारका) में डूसिब द्वारा घरों का निर्माण करने के लिए स्थानांतरित कर दिया जाएगा, उनके पास देव नगर, करोल बाग में नवनिर्मित आवास परिसर में स्थानांतरित करने का विकल्प होगा। देव नगर भूखंड पर 150 झुग्गियों से झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वालों को भी 784 मकानों के निर्माण की सुविधा के लिए द्वारका शिफ्ट किया जाएगा। प्रिंस पार्क और देव नगर के निवासियों के लिए आवास आवंटित करने के बाद, शेष घरों का उपयोग आसपास के झुग्गियों के स्व-स्थानी पुनर्वास के लिए किया जाएगा। हिन्दुस्थान समाचार /प्रतीक खरे-hindusthansamachar.in

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