डीएसजीएमसी प्रतिनिधिमंडल ने विदेश मंत्रालय से की मुलाकात
डीएसजीएमसी प्रतिनिधिमंडल ने विदेश मंत्रालय से की मुलाकात

डीएसजीएमसी प्रतिनिधिमंडल ने विदेश मंत्रालय से की मुलाकात

-पाकिस्तान में हैडग्रंथी की अगवा की गई बेटी के मामले पर की बात नई दिल्ली, 20 सितम्बर (हि.स.)। पाकिस्तान के गुरुद्वारा पंजा साहिब के हैडग्रंथी की बेटी बुलबुल कौर के अगवा किए जाने के मामले को लेकर दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) के एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने विदेश मंत्रालय से मुलाकात की। विदेश मंत्रालय से हुई मुलाकात में दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी के उच्च स्तरीय प्रतिनिधिनमंडल ने मांग की है कि सरकार गुरुद्वारा पंजा साहिब के हैडग्रंथी की बेटी कौर के अगवा करने का मामला पाकिस्तान सरकार के समक्ष तत्काल उठाये। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने किया। सिरसा ने कहा कि मैंने मुकालात के दौरान मंत्रालय को बताया कि पंद्रह दिन पहले गुरुद्वारा पंजा साहिब के हैडग्रंथी की बेटी बुलबुल कौर को दो मुस्लिम लड़कों ने अगवा कर लिया था। अभी तक उसका कुछ पता नहीं चला है। जबकि परिवार ने कई बार स्थानीय पुलिस व अन्य अधिकारियों के पास अपनी अगवा बेटी कौर की शिकायत दर्ज कराई, लेकिन उसके बाद भी मालमें में कोई तेजी नहीं दिखी। वहीं कौर के पिता ग्रंथी प्रीतम सिंह ने पाकिस्तान के लोगों के और नेताओं को हाथ जोड़कर अपनी बेटी को धर्म परिवर्तन से बचाने के लिए अपील की है। सिरसा ने कहा कि बुलबुल कौर को अगवा कर यह प्रभाव देने की कोशिश की जा रही है कि सिखों के प्रमुख गुरूद्वारा साहिब के हैडग्रंथी की बेटियों का झुकाव भी मुस्लिम धर्म की तरफ है और ऐसी साजिश सिख कभी बर्दाशत नहीं करेंगे। प्रतिनिधिमंडल ने मंत्रालय को बताया कि पिछले 3 महीनों में अल्पसंख्यक भाईचारे की 55 लड़कियां अगवा हो चुकी हैं जिनका जबरन धर्म परिवर्तन कर उनका विवाह मुस्लिम लड़कों से करा दिया जाता है और इस केस में भी ननकाणा साहिब के हैडग्रंथी की बेटी जगजीत कौर के केस वाला तरीका अपनाया गया है। प्रतिनिधिमंडल ने मंत्रालय को अपील की कि यह मामला तुरंत पाकिस्तान सरकार के समक्ष उठाया जाए और दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी व शिरोमणि अकाली दल के एक प्रतिनिधिमंडल को पाकिस्तान जाने की आज्ञा दी जाए जो वहां जाकर इन लड़कियों के हालात और वास्तव में कितनी लड़कियां अगवा हुईं, उसका पता लगा सकेगा क्योंकि सूची चाहे 55 लड़कियों की है पर ऐसा प्रतीत होता है कि गिनती इससे कहीं ज्यादा है। उन्होंने कड़े शब्दों में एलान किया है कि अगर पाकिस्तान में हैडग्रंथी की अगवा की गई बेटी रविवार तक अपने घर नहीं लौटी तो हम सभी दिल्ली स्थित पाकिस्तान हाईकमिशन के समाने धरना प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने केन्द्र सरकार से अपील की है कि वह मामले में तुरंत हस्ताक्षेप करें और वहां रह रहे सिख परिवारों की सुरक्षा सुनिश्चित कराएं। हिन्दुस्थान समाचार/वीरेन-hindusthansamachar.in

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