ई-टिकटिंग ऐप 'चार्टर' के दूसरे चरण में 51000 से अधिक टिकट खरीदे गए
ई-टिकटिंग ऐप 'चार्टर' के दूसरे चरण में 51000 से अधिक टिकट खरीदे गए

ई-टिकटिंग ऐप 'चार्टर' के दूसरे चरण में 51000 से अधिक टिकट खरीदे गए

नई दिल्ली, 23 सितम्बर (हि.स.)। दिल्ली परिवहन विभाग ने अपनी बसों में संपर्क रहित ई-टिकटिंग ऐप 'चार्टर' के दूसरे चरण के ट्रायल को भी सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। ट्रायल के दूसरे चरण में 51000 से अधिक टिकट ऐप के जरिये खरीदे गए हैं। परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बुधवार को यह जानकारी दी। गहलोत ने बताया कि ऐप से खरीदे गए 51000 से अधिक टिकट्स में 80 प्रतिशत पिंक टिकट शामिल हैं। उन्होंने बताया कि ट्रायल 14 दिनों तक 60 रूट्स पर किया गया। अब यह जल्द ही चार्टर ऐप का इस्तेमाल सभी बसों में किया जाएगा। गहलोत ने ट्रायल प्रक्रिया में सहभागिता के लिए सभी यात्रियों का धन्यवाद भी किया। उल्लेखनीय है कि ऐप का ट्रायल परिवहन मंत्री द्वारा गठित एक विशेष टास्क फोर्स द्वारा कार्यान्वित किया गया, जिसमें परिवहन विभाग, इंद्रप्रस्थ सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईआइटी- दिल्ली), दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी-मॉडल ट्रांजिट सिस्टम लिमिटेड (डिम्टस), दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) और वलर्ड रिसोर्सेज इंस्टीटयूट के विशेषज्ञ शामिल थे। 07 से 21 सितम्बर तक चले दूसरे चरण के ट्रायल में दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी-मॉडल ट्रांजिट सिस्टम के चार डिपो- दिलशाद गार्डन, कैर डिपो, कुशक नाला डिपो और सुनहरी पुल्ला डिपो के 60 से अधिक मार्गों को कवर किया गया। साथ ही साथ डीटीसी के दो डिपो- हसनपुर डिपो और गाजीपुर डिपो से एक एक रूट कवर किया गया। इस 14 दिन की अवधि में, ऐप के माध्यम से खरीदे गए कुल 51,644 टिकटों में से 80 प्रतिशत महिला यात्रियों द्वारा खरीदे गए मुफ्त पिंक टिकट शामिल हैं। ट्रायल के दौरान ऐप के माध्यम से औसतन 6 फीसद टिकट खरीदे गए, जबकि एसी बसों में ऐप के माध्यम से सात फीसद टिकट खरीदे गए। 'चार्टर' ऐप को आईआईआईटी-दिल्ली की तकनीकी सहायता से विकसित किया गया है। इस ऐप के पहले चरण का ट्रायल रूट नंबर 473 की सभी क्लस्टर बसों में तीन दिनों के लिए किया गया था। 'चार्टर' ऐप को नवंबर 2020 के पहले सप्ताह तक सभी क्लस्टर और डीटीसी बसों में लागू किए जाने की संभावना है। हिन्दुस्थान समाचार /प्रतीक खरे-hindusthansamachar.in

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