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कोरोना की दूसरी लहर में दिल्ली पुलिस का इंसानियत भरा नया चेहरा

नई दिल्ली, 01 मई (हि.स)। कोरोना की दूसरी लहर में दिल्ली पुलिस का इंसानियत का एक नया चेहरा सामने आया है। जहां पड़ोसी, रिश्तेदारों, यहां तक खुद के परिवार ने अपनों की मदद छोड़ दी, वहां खुद दिल्ली पुलिस ने आगे आकर लोगों की मदद की। रूप नगर इलाके में ऐसा ही एक मामले में एक बुजुर्ग की मौत हो गई। पड़ोसी, रिश्तेदारों ने मदद से इंकार कर दिया। बुजुर्ग के अंतिम संस्कार करने के लिए 58 वर्षीय शख्स ने सभी से मदद मांग ली, लेकिन कोई आगे नहीं आया। पुलिस से मदद मांगने पर रूप नगर थाने में तैनात एएसआई हरीश सिंह ने इंसानियत का धर्म निभाते हुए न सिर्फ एंबुलेंस का इंतजाम किया, बल्कि कंधा देकर शव का अंतिम संस्कार भी करवाया। परिवार एएसआई का धन्यवाद करते नहीं थक रहा है। उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त अंटो अल्फोंस ने बताया कि शुक्रवार शाम करीब 5.30 बजे रूप नगर थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि एक शख्स का अंतिम संस्कार कराने के लिए कोई नहीं आ रहा है। पीड़ित दीपक (58) ने बताया कि उसके भाई राजकुमार (68) की लंबी बीमारी के बाद मौत हो गई। घर में दीपक के अलावा कोई भाई का शव ले जाने वाला नहीं था। पड़ोसियों ने उनकी मदद को साफ इंकार कर दिया। एंबुलेंस को कॉल कर मदद मांगी गई तो उन्होंने भी आने से इंकार कर दिया। वरिष्ठ अधिकारियों को कॉल का पता चला तो थाने को मदद के लिए कहा गया। सूचना मिलने के बाद एएसआई हरीश सिंह दीपक के घर पहुंचे। वहां उन्होंने पहले एंबुलेंस का इंतजाम करने के बाद शव को घर से शमशान घाट पहुंचाया। वहां खुद हरीश ने कंधा देकर बुजुर्ग का अंतिम संस्कार करवाया। पुलिस की इस मदद के बाद दीपक हरीश का धन्यवाद करते नहीं थक रहे। हिन्दुस्थान समाचार/ अश्वनी

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