people-are-polluting-the-yamuna-everyday-defying-the-cleanliness-drive
people-are-polluting-the-yamuna-everyday-defying-the-cleanliness-drive

स्वच्छता अभियान को धता बता हर रोज यमुना को मैली कर रहे लोग

नई दिल्ली, 06 (हि.स.)। दिल्ली की केजरीवाल सरकार भले ही यमुना स्वच्छता को लेकर तमाम योजनाएं चलाने का दावा करे लेकिन हकीकत यह है कि आए दिन लोग यमुना पर बने पुल से कूड़ा फेंकते रहते हैं। ऐसे में जब हिन्दुस्थान समाचार की टीम ने मंगलवार को लक्ष्मी नगर से आईटीओ को जोड़ने वाले लोकनायक सेतु का जायजा लिया। इस दौरान टीम ने पाया कि लोग गाड़ियों से आते हैं और कूड़े का थैला पुल की टूटी जालियों से फेंक कर निकल जाते हैं। हालांकि अक्षरधाम की ओर से आने पर जहां से पुल शुरू होता है, वहां साफ-साफ लिखा था कि यमुना में कूड़ा-कचरा फेंकना कानूनन जुर्म है लेकिन जहां यह लिखा है वहीं से लोग कूड़ा फेंकते देखे गए। इस दौरान हमारी टीम ने कूड़ा फेक रहे कुछ लोगों से बातचीत करने की कोशिश की लेकिन वो बात करने को तैयार नहीं हुए। पुल पर देखा गया कि यहां पर लगी जाली कई जगहों पर कटी हुई है। जहां से लोग कूड़ा फेकते हैं। यहां पर कुछ बच्चे और युवा खड़े रहते हैं जो गाड़ियों में आए लोगों से कूड़ा लेते हैं और यमुना में फेंक देते हैं। इसके एवज में वो बच्चे लोगों से कुछ पैसे लेते भी दिखे। इस दौरान कुछ बच्चों से हमने बातचीत की। कूड़ा फेंक रहे युवाओं ने तो हमसे बातचीत नहीं की लेकिन कुछ बच्चों ने कहा कि वो यहां दिनभर खड़े रहते हैं जो लोग यहां कूड़ा फेकने आते हैं उनसे कूड़े लेकर वो यमुना में फेंकते हैं। इसके बदले में लोग उन्हें पैसा देते हैं। इस दौरान कूड़ा फेंक रहे एक युवक को जब हमने रंगे हाथों पकड़ा तो उन्होंने कहा कि वो नदी में कूड़ा नहीं फेंक रहे हैं यह पूजा के दौरान उपयोग में लाए गए कुछ फूल पत्तियां थी, जिसको उन्होंने यमुना में प्रवाहित किया है। अगर पुल पर कूड़ा डालने को लेकर डस्टबिन होता तो वो नदी में पूजा एवं अन्य कचरे को नदी में नहीं डालते। उल्लेखनीय है कि कभी केन्द्र सरकार तो कभी दिल्ली सरकार यमुना की सफाई को लेकर अभियान चलाती है लेकिन दिल्ली के पुलों से फेंके जाने वाले कचरे को दिल्ली सरकार नहीं रोक पा रही। यमुना की सफाई को लेकर बीते दिनों दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने अधिकारियों के साथ बैठक कर चुके हैं। उन्होंने यमुना की सफाई की धीमी गति को लेकर चिंता भी जताई थी। अधिकारियों को इस काम में तेजी लाने के लिए निर्देश भी दिए। अगले सप्ताह वो फिर इस मुद्दे को लेकर समीक्षा बैठक करने वाले हैं लेकिन दिल्ली के यमुना नदी पर बनें पुलों की कटी जालियों को नहीं बद करा रहे हैं। हिन्दुस्थान समाचार/आशुतोष

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in