(अपडेट) गाजीपुर लैंडफिल साइट पर अब तक नहीं बुझी आग
(अपडेट) गाजीपुर लैंडफिल साइट पर अब तक नहीं बुझी आग

(अपडेट) गाजीपुर लैंडफिल साइट पर अब तक नहीं बुझी आग

नई दिल्ली, 25 नवम्बर (हि.स.)। पहले से ही प्रदूषण की मार झेल रहे राजधानी वासियों की मुश्किलें मंगलवार को गाजीपुर इलाके में और बढ़ गईं। यहां गाजीपुर लैंडफिल साइट (कूड़े के पहाड़) में आग लग गई। आग लगने से कई किलोमीटर के एरिया में धुआं फैल गया। हवा बंद होने की वजह से स्थानीय लोगों के घरों में धुआं घुस गया और उनको सांस लेने में दिक्कत होने लगी। खासकर बुजुर्ग, बच्चों और बीमारों की तो जैसे शामत ही आ गई। पूरे इलाके में रातभर लोगों ने जागकर ही गुजारी। सांस लेने की दिक्कत के बाद कुछ लोगों को तो अस्पताल भी जाना पड़ा। आग की सूचना दमकल विभाग को दी गई। सूचना मिलने के बाद दमकल की 14 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। मंगलवार रात लगी आग पर बुधवार शाम तक काबू नहीं पाया जा सका था। देर शाम तक दमकल की चार गाड़ियां साइट पर आग बुझाने के काम में लगी हुई थीं। धुंए के कारण एनएच-9 पर दृश्यता काफी कम है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राजधानी का एक्यूआई लेवल पहले ही 400 के आंकड़े को छू रहा है। पहले ही लोगों को इससे परेशानी हो रही है। ऐसे में मंगलवार शाम को कूड़े में बड़ी आग लग गई। देखते ही देखते धुआं चोरों ओर इलाके में फैल गया। अमूमन यहां आग लगती रहती है, लेकिन हवा चलने की वजह से उसका पता नहीं चलता। लेकिन पिछले कुछ दिनों से हवा के बंद होने के कारण धुआं लोगों के घर में घुस गया। परेशान होकर रात 9.56 बजे मामले की सूचना दमकल विभाग को दी गई। फौरन दर्जनभर से अधिक गाड़ियों को लैंडफिल साइट पर भेजा गया। आग नीचे से शुरू होकर कूड़े के पहाड़ पर ऊपर तक पहुंच गई। दमकल कर्मी रातभर उस पर काबू पाने में लगे रहे। हालांकि बुुधवार को आग पर तो काफी हद तक काबू पा लिया गया था, लेकिन कूड़े से धुंआ लगातार उठ रहा था। धुंए की हालत यह है कि वह गाजियाबाद के कौशांबी और उसके आसपास के इलाकों में फैला है। गाजीपुर मंडी के कारोबारी मोहम्मद सलीम ने बताया कि गाजीपुर कूड़े में हमेशा छोटी-मोटी आग लगी ही रहती है। आम दिनों में इसका पता नहीं चलता है। चूंकि आजकल प्रदूषण बढ़ा हुआ है इसलिए लोगों को धुंआ ज्यादा महसूस होता है। गाजीपुर के रहने वाले फहीम ने बताया कि धुएं से परेशानी बढ़ी तो उसने पत्नी को बच्चों के साथ पुरानी दिल्ली स्थित उसके मायके भेज दिया है। जब थोड़े हालात बेहतर होंगे तो परिवार को वापस बुला लेगा। हिन्दुस्थान समाचार/अश्वनी-hindusthansamachar.in

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