हिन्दुस्तान की संस्कृति व हिंदुत्व की रक्षा के लिए संघ  का गुरुदक्षिणा कार्यक्रम अहम:कुलपति
हिन्दुस्तान की संस्कृति व हिंदुत्व की रक्षा के लिए संघ का गुरुदक्षिणा कार्यक्रम अहम:कुलपति

हिन्दुस्तान की संस्कृति व हिंदुत्व की रक्षा के लिए संघ का गुरुदक्षिणा कार्यक्रम अहम:कुलपति

आरा,13 सितंबर(हि. स.)।भोजपुर जिले के कोइलवर प्रखण्ड स्थित बहियारा के रामानंदी यज्ञानंदलाल सरस्वती शिशु मंदिर के प्रांगण में रविवार को संघ द्वारा आयोजित गुरुदक्षिणा का कार्यक्रम आयोजित किया गया। गुरुदक्षिणा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय आरा के कुलपति प्रो.डॉ. देवी प्रसाद तिवारी थे। भाजपा के संस्थापक सदस्य आरके सिन्हा की अध्यक्षता में संचालित रामानंदी यज्ञानंदलाल सरस्वती शिशु मंदिर के प्रांगण में आयोजित गुरुदक्षिणा का कार्यक्रम संघ प्रार्थना व भजन के साथ प्रारम्भ हुआ। गुरुदक्षिणा के कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में स्वयंसेवको को संबोधित करते हुए कुलपति प्रो. डॉ.देवी प्रसाद तिवारी ने भारत की प्राचीन संस्कृति और विरासत पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सदियों से भौगोलिक रूप से दुनिया मे भारत एक संपन्न और सुरक्षित राष्ट्र रहा है। उत्तर में हिमालय पर्वत हिन्दुस्तान की रक्षा करता है तो पूरब,पश्चिम और दक्षिण इन तीनों दिशाओं में समुद्र हिंदुस्तान की सुरक्षा करता है। उन्होंने कहा कि भारत की तरह सुंदर और सुरक्षित देश पूरी दुनिया मे कहीं नहीं है। देश के भीतर मैदानी इलाके सुख और समृद्धि के लिए खेतों में अन्न धन उपजाते हैं। यहां के लोग भोले भाले,विश्वासी और मेहनती हैं और इसी का गलत लाभ लेकर यूनान के एक विक्षिप्त व्यक्ति सिकन्दर ने भारत को निशाना बनाया था।अरब और इराक के रास्ते भारत पर आक्रमण कर विश्व विजेता बनने का ख्वाब लेकर आया और सोने की चिड़िया जैसे भारत को गुलाम बना दिया। उन्होंने कहा कि अरबों ,यूनानियों,शकों,अंग्रेजों जैसे कई शासकों ने भारत को वर्षों तक गुलाम बनाया। कुलपति प्रो.तिवारी ने कहा कि हिंदुस्तान की विरासत और संस्कृति को बचाने के लिए देश मे संघ की स्थापना हुई और संघ को चलाने,संघ के प्रचार प्रसार और विस्तार के लिए धन की आवश्यकता थी।ऐसे में गुरु दक्षिणा की संकल्पना हुई।गुरु दक्षिणा से प्राप्त राशि से संघ के विभिन्न तरह के खर्चे का इंतजाम होता है। उन्होंने कहा कि गुरुदक्षिणा का कोई नेता नहीं है,कोई गुरु नहीं है। गुरुदक्षिणा के गुरु स्वयं ध्वज हैं।ध्वज को ही स्वयंसेवक अपनी कमाई का कुछ अंश दक्षिणा स्वरूप देते हैं। गुरुदक्षिणा का कार्यक्रम भारत सहित अमेरिका,अफ्रीका सहित कई देशों में स्वयंसेवक आयोजित कराते हैं। गुरुदक्षिणा कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के प्रधानाचार्य उपेंद्र कुमार पाण्डेय ने किया। कार्यक्रम में विद्यालय के सचिव सुरेन्द्र जी , ,शंभु नाथ श्रीवास्तव, धर्मेंद्र पाण्डेय,कुणाल सिंह,विद्यालय के आचार्य कमलेश कुमार सिंह,अशोक उपाध्याय,रितेश कुमार,लाल बहादुर सिंह,युगल सिंह,माधुरी मिश्रा,सीमा देवी,मनीषा प्रजापति,रीता देवी आदि स्वयंसेवक शामिल हुए। शाखा पद्धति के अनुसार सभी कार्यक्रम सम्पन्न हुए। हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र/विभाकर-hindusthansamachar.in

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