सारण तटबंध टूटने से 42 गांवों में पानी घुसा,2 लाख की आबादी हुई प्रभावित
सारण तटबंध टूटने से 42 गांवों में पानी घुसा,2 लाख की आबादी हुई प्रभावित

सारण तटबंध टूटने से 42 गांवों में पानी घुसा,2 लाख की आबादी हुई प्रभावित

गोपालगंज,24 जुलाई(हि. स.)। गोपालगंज में गंडक का मुख्य तटबंध गुरुवार को देर रात देवापुर में टूट गया। तटबंध टूटने से बाढ़ का पानी बरौली और मांझा प्रखंड के गांवों में घुसने लगा है। वहीं, बाढ़ से अबतक 45 गांव पूरी तरह प्रभावित हैं। उधर नेपाल के वाल्मीकीनगर बराज से छोड़े गये सर्वाधिक साढे चार लाख क्यूसेक पानी के गोपालगंज पहुंचने के बाद गुरुवार को गंडक नदी बेकाबू हो गई। एक दर्जन से अधिक स्थानों पर पानी के तटबंध के ऊपर से बहने की स्थिति बन गई है। गंडक नदी के बढ़ते जलस्तर और पानी के दबाव के कारण डुमरिया पुल को जोड़ने वाले लिंक रोड़ में कटाव को लेकर एनएच 28 पर प्रशासन ने परिचालन पर रोक लगा दी है। विश्वंभरपुर में जलस्तर खतरे के लाल निशान से दो मीटर ऊपर पहुंच गया है। बीस से अधिक जगहों पर रिसाव से तटबंध के टूट जाने का खतरा बढ़ गया है। सिकटिया गांव के पास छरकी के ऊपरी भाग और नदी के जलस्तर में मात्र एक फुट की दूरी बच गई है। सरफरा व देवापुर गांव के पास छरकी व सारण बांध में कई स्थलों पर तेज रिसाव हो रहा है। जलसंसाधन विभाग तटबंध को बचाने में जुटा है। बांध के टूटने की खबर मिलने पर शुक्रवार को सांसद डॉ. आलोक कुमार सुमन, डीएम अरशद अजीज, एसपी मनोज कुमार तिवारी व बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारी ने देवापुर, पुरैना आदि जगहों का निरीक्षण किया। नदी के जलस्तर में तेजी से लगातार वृद्धि हो रही है। बाढ़ से सहमे तटवर्ती गांवों के ग्रामीण लगातार पलायन कर रहे हैं। अब तक बाढ़ से 45 गांव पूरी तरह प्रभावित हो चुके हैं। दो हजार से अधिक घरों में पानी घुस गया है। सभी जगहों पर नदी खतरे के निशान से ऊपर रही है। कार्यपालक अभियंता जीवनेश्वर रजक ने बताया कि गंडक नदी विशम्भरपुर में लाल निशान से 2 मीटर, पतहरा में 170, डुमरिया घाट में 145 व मटियारी में लाल निशान से 1 मीटर ऊपर बह रही है जिससे बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। सारण बांध व छरकियों पर पानी का दबाव बढ़ गया है। पानी का डिस्चार्ज हुआ है। लेकिन कटाव जारी है। जहां रिसाव हो रहा है वहां मरम्मत का काम चल रहा है। हिन्दुस्थान समाचार/अखिला/हिमांशु शेखर/विभाकर-hindusthansamachar.in

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