सहकारिता आंदोलन के महान पुरोधा थे मथुरा बाबू:नरेंद्र
सहकारिता आंदोलन के महान पुरोधा थे मथुरा बाबू:नरेंद्र

सहकारिता आंदोलन के महान पुरोधा थे मथुरा बाबू:नरेंद्र

नवादा 14 दिसम्बर (हि स)। सहकारिता आंदोलन के महान नेता व स्वामी सहजानंद सरस्वती के किसान आंदोलन के नवादा जिले में अगुआ रहे बिहार राज्य कॉपरेटिव बैंक के पूर्व अध्यक्ष मथुरा प्रसाद सिंह की 37 वीं पुण्यतिथि नवादा सहकारिता बैंक के प्रांगण में सोमवार को मनायी गयी। इसमें सहकारिता बैंक के अध्यक्ष रंजीत कुमार ,उपाध्यक्ष चंद्रिका यादव,बैंक के निदेशक अरुण कुमार ,शाहनवाज ,पूर्व निदेशक बंगाली पासवान ,इंका नेता और बैंक के पूर्व प्रबंधक रामविलास सिंह ,प्रमोद कुमार आदि ने स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। सहकारिता बैंक के पूर्व प्रांतीय अध्यक्ष नवादा के पूर्व विधायक नरेंद्र कुमार उर्फ नुनु बाबू ने मथुरा बाबू को सहकारिता आंदोलन के महान पुरोधा बताते हुए स्वामी सहजानंद सरस्वती के किसान आंदोलन का महान प्रनेता बताया ।उन्होंने कहा कि सहजानंद सरस्वती 1937 में नवादा के रेवाड़ा गांव पहुंचकर जमींदारों के विरुद्ध आंदोलन शुरू की थी ।जिसमें मथुरा बाबू ने अग्रणी भूमिका निभाई थी ।देश आजादी के बाद 1949 में मथुरा बाबू नवादा जिला सहकारिता बैंक के चेयरमैन बनाए गए थे ।तब वे गांव-गांव घूमकर किसान सहयोग समितियों की स्थापना की ।उनके बेहतर कार्यों को देखते हुए 1962 में उन्हें बिहार राज्य सहकारिता बैंक के चेयरमैन के पद पर आसीन किया गया ।इसके बाद वे जीवन पर्यंत किसानों की सेवा करते रहे। उन्होंने कहा कि सहकारिता बैंक के माध्यम से 90 प्रतिशत गरीब किसानों को खेती के लिए सहायता राशि मिलती थी।वर्तमान सरकार में सहकारिता बैंक के महत्व को ही खत्म कर दिया गया है ।इस कारण आज किसान काफी परेशान हैं ।उन्होंने कहा कि जब तक सहकारिता बैंक को मथुरा बाबू के बनाए गए नियमों को अनुकूल नहीं चलाया जाएगा ,तब तक किसानों का भला संभव नहीं है ।सहकारिता बैंक के वर्तमान चेयरमैन रंजीत कुमार उर्फ मुन्ना ने मथुरा बाबू के आदर्शो को अपनाकर किसानों के कल्याण की बात कही। हिन्दुस्थान समाचार/डॉ सुमन-hindusthansamachar.in

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