विषम परिस्थितियों में विवेक से व्यक्तित्व का होता निखार
विषम परिस्थितियों में विवेक से व्यक्तित्व का होता निखार

विषम परिस्थितियों में विवेक से व्यक्तित्व का होता निखार

गया, 08 सितंबर (हि.स.) समाजशास्त्रीय अध्ययन विभाग, दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) के तृतीय सेमेस्टर के छात्र- छात्राओं ने शिक्षक दिवस व अंतिम वर्ष के छात्र- छात्राओं के विदाई समारोह का ऑनलाइन मंगलवार को आयोजन किया। गुरु-शिष्य परंपरा को पल्लवित और पोषित करते हुए छात्र छात्राओं ने पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जीवन पर प्रकाश डालने के साथ ही सास्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत की। विभागाध्यक्ष डॉ. अनिल कुमार सिंह झा ने छात्र छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य की मंगलकामना करते हुए अपने सम्बोधन में कहा कि विभाग के समस्त विद्यार्थी एक परिवार के रूप में है और जहां भी रहेगे यहां से सीखे हुए मूल्यों के आधार पर विभाग के साथ- साथ विश्वविद्यालय का भी नाम रोशन करते रहेंगे। विषम परिस्थितियों में भी अपने विवेक से क्षमतानुसार कार्य करने की प्रवृत्ति ही व्यक्ति में निखार लाता है, जिससे वह जीवन के हर क्षेत्र मे सफलता प्राप्त करता है। डॉ. झा ने यह भी बताया कि इस समारोह में विभाग के दो शोध छात्रों को भी विदाई दी जा रही है , जो कि विभाग के साथ ही विश्वविद्यालय के लिए एक नई पहल है। साथ ही कार्यक्रम में विभाग के डॉ. सनत कुमार शर्मा, डॉ. जितेंद्र राम, डॉ. हरेश नारायण पाण्डेय, डॉ. पारिजात प्रधान व डॉ. प्रिय रंजन ने अपने ऊर्जावान वक्तव्यों से विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया । हिंदुस्थान समाचार/ पंकज/चंदा-hindusthansamachar.in

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