विश्वविद्यालयों में एनसीसी पाठ्यक्रम में होगा शामिल

विश्वविद्यालयों में एनसीसी पाठ्यक्रम में होगा शामिल
विश्वविद्यालयों में एनसीसी पाठ्यक्रम में होगा शामिल

गया, 10 दिसंबर (हि.स.) एनसीसी (राष्ट्रीय कैडेट कोर) को विश्वविद्यालयों एवं कॉलेजों के मुख्य पाठ्यक्रम में शामिल होगा।इसकी तैयारी शुरू हो गई है। एनसीसी बिहार - झारखण्ड निदेशालय के उच्च पदाधिकारियों की एक टीम दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) का गुरुवार को दौरा किया। जन संपर्क पदाधिकारी (पीआरओ) मो. मुदस्सीर आलम ने बताया कि मेजर जनरल एम. इंद्रबालन, एडिशनल डायरेक्टर जनरल (एडीजी) एनसीसी बिहार एवं झारखंड ने सीयूएसबी कैंपस भ्रमण के साथ - साथ कुलपति प्रोफेसर हरीशचंद्र सिंह राठौर एवं कुलसचिव कर्नल राजीव कुमार सिंह के साथ भेंट किया। मेजर जनरल एम. इंद्रबालन के दौरे का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) - 2020 के प्रावधानों के अनुसार एनसीसी के पाठ्यक्रम को विवि के सेमेस्टर प्रणाली में अपनाना और उसकी चुनौतियों पर चर्चा करना था। उनके साथ गया ग्रुप एन.सी.सी. कमांडर ब्रिगेडियर सी.सी. जलील, 27 बिहार बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल जे.एन. कुमार एवं नायब सूबेदार सुनील कुमार थे। वहीं, बैठक में सीयूएसबी की तरफ से कुलपति की अगुवाई में कुलसचिव कर्नल राजीव कुमार सिंह, शिक्षा विभाग की सहायक प्राध्यापिका सह एनसीसी एसोसिएट नोडल ऑफिसर (एएनओ) डॉ. प्रज्ञा गुप्ता एवं छात्र अधिष्ठाता (डीएसडब्लू) प्रोफेसर आतीश पराशर शामिल हुए। वहीं, बैठक में चर्चा हुई कि एनसीसी पाठ्यक्रम में विभिन्न कैंप की महत्वपूर्ण भूमिका होती हैं।ऐसे में सेमेस्टर सिस्टम में राष्ट्रीय कैंप जैसे गणतंत्र दिवस परेड, पर्वतारोहण कैंप, आर्मी अटैचमेंट कैंप आदि जिनकी अवधि एक से तीन माह की अवधि की होती है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) - 2020 के शिक्षा प्रणाली में इनका आयोजन एवं उसमें कैडेट्स की प्रतिभागिता को सुनिश्चित करना एक बड़ी चुनौती होंगी और इसका अनुकूल उपाय सोचना अतिआवश्यक है। कुलपति ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) - 2020 के प्रावधानों के अनुसार एनसीसी के पाठ्यक्रम को सेमेस्टर प्रणाली में अपनाना आने वाले समय में काफी लाभदायक साबित हो सकता है। प्रोफेसर राठौर ने एनसीसी उच्च पदाधिकारियों के साथ हुई । बैठक में काफी रूचि लेते हुए सीयूएसबी के साथ - साथ देश के विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रम में एनसीसी को शामिल करने के लिए अपनी तरफ से हर संभव सहायता प्रदान करने का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि मैं युवाओं के जीवन में एनसीसी की उपयोगिता को भली - भांति समझता हूं। इसलिए वे अपने विश्वविद्यालय में भी आवश्यक संसाधनों के साथ एनसीसी की स्थापना के लिए प्रयासरत रहेंगे। वहीं, एडीजी मेजर जेनेरल एम इंद्रबालन ने सीयूएसबी कुलपति एवं कुलसचिव से हुई बैठक पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है कि विवि के प्रयास से आने वाले समय में एनसीसी मुख्य पाठ्क्रम का हिस्सा बन सकता है। हिन्दुस्थान समाचार/पंकज कुमार-hindusthansamachar.in

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