विधानसभा चुनाव में केवट समाज ने राजनीतिक दलों से की आनुपातिक भागीदारी की मांग
विधानसभा चुनाव में केवट समाज ने राजनीतिक दलों से की आनुपातिक भागीदारी की मांग

विधानसभा चुनाव में केवट समाज ने राजनीतिक दलों से की आनुपातिक भागीदारी की मांग

पटना, 16 सितम्बर (हि.स.)। अखिल भारतीय केवर्त्त कल्याण समिति ने बुधवार को पटना में कैवर्त्त समाज सहित अत्यंत पिछड़े वर्गों के विकास-कल्याण से सम्बंधित मांगों और विधानसभा चुनाव में आनुपातिक भागीदारी की मांग की। समिति के नेताओं ने कहा कि बिहार राज्य में कृषि कार्य से युक्त कैवर्त्त (केवट) समुदाय की जनसंख्या लगभग 75 लाख है। आजादी के 73 वर्षों के बाद आर्थिक, शैक्षणिक, राजनैतिक, व्यवसायिक, सामाजिक क्षेत्रों में इतनी विशाल जनसंख्या वाले समुदाय की हालत अत्यंत चिंताजनक है । 2 अगस्त 2018 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ हुई वार्ता में समिति के प्रतिनिधि मंडल को केवट समाज को राजनैतिक भागीदारी, विकास, सम्मान और कल्याण के लिए कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर साकारात्मक पहल का भरोसा मिला था, किन्तु अभी तक सरकार की ओर से आवश्यक कदम नहीं उठाये गये। बिहार राज्य में केवट समुदाय की राजनीति में भागीदारी नगण्य है। राजनैतिक दलों ने इस समाज की उपेक्षा की है। इसलिए आसन्न विधानसभा चुनाव में इस समाज को उचित भागीदारी दी जाये । बिहार में दो दर्जन विधानसभा क्षेत्रों में बहुलता है जिसमें आसानी इस समाज के उम्मीदवार को सफलता मिला सकती है। अत: सरकार तथा राजनैतिक दलों से मांग की जाती है कि आगामी विधानसभा चुनाव में जनसंख्या के अनुपात में इस समाज को भागीदारी दी जाये। इससे पहले समाजवादी नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री रहे रघुवंश प्रसाद सिंह को श्रद्धांजलि भी अर्पित की गयी। इस मौके पर समिति के प्रदेश अध्यक्ष चुल्हाई कामत, अखिल भारतीय अति पिछड़ा-पिछड़ा वर्ग आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामकृष्ण मंडल, समिति के प्रदेश महामंत्री व अधिवक्ता श्रीकांत मंडल, मुख्य सलाहकार श्रीनारायण भंडारी, प्रदेश संगठन मंत्री संजय कुमार चौधरी और प्रदेश कार्यालय सचिव मनोज कुमार चौधरी उपस्थित थे। हिन्दुस्थान समाचार/राजीव /विभाकर-hindusthansamachar.in

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