लॉकडाउन में जो नजर नहीं आते थे आज हेलिकॉप्टर से मांग रहे वोट : पप्पू यादव
लॉकडाउन में जो नजर नहीं आते थे आज हेलिकॉप्टर से मांग रहे वोट : पप्पू यादव

लॉकडाउन में जो नजर नहीं आते थे आज हेलिकॉप्टर से मांग रहे वोट : पप्पू यादव

लॉकडाउन में जो नजर नहीं आते थे आज हेलिकॉप्टर से मांग रहे वोट : पप्पू यादव कहा, हमने 37.82 लाख मजदूरों को वापस बिहार लाया, 7 ट्रेनों के किराए का किया भुगतान पटना, 27 अक्टूबर (हि.स.) । बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनितिक पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। जाप अध्यक्ष ने कहा कि कोरोना वायरस में जब सभी नेता अपने-अपने बंगले में बंद थे तब मैंने गरीबों, मजदूरों और जरूरतमंदों के बीच उनकी मदद की।इस दौरान हमारी पार्टी ने 16 करोड़ रुपए जरूरतमंदों के भोजन और यात्रा पर खर्च किए। मैं पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ राहत कार्य में जुटा रहा। जो नेता उस वक्त दिखाई भी नहीं देते थे वे आज हेलीकॉप्टर से घूम-घूम वोट मांग रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए पप्पू यादव ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान नीतीश कुमार ने तो कह दिया था कि जो जहां है वह वहीं रहे। तब मैं 37 लाख, 82 हज़ार मजदूरों को बिहार वापस लाया। कोटा से 7 ट्रेनों का किराया देकर वहां फंसे छात्रों को उनके घर भेजा। जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने अपनी प्रतिज्ञा यात्रा के दौरान मंगलवार को समस्तीपुर, सारण, मोतिहारी, सीवान और गोपालगंज में चुनावी सभाओं को संबोधित किया जिसमें उन्होंने मौजूदा सरकार और लालू-राबड़ी शासनकाल पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हम बिहारवासियों के पास एक मौका है अपने बिहार को बचाने का और जिन्होंने 30 वर्षों से बिहार को धोखा दिया उनको सबक सिखाने का। आरक्षण की बात करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि हम सत्ता में आते ही निजी क्षेत्र में आरक्षण की व्यवस्था करेंगे। दो साल के भीतर गरीब परिवारों को एक बीएचके का फ्लैट देंगे। बालू और भू माफिया जेल जाएंगे और इंटर पास बेरोजगार युवाओं को ठेकेदारी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य का कायाकल्प करने के लिए मुझे सिर्फ तीन साल चाहिए। तीन साल के अंदर हम बिहार को एशिया का नंबर वन राज्य बनाएंगे। इंटर पास करने पर छात्रों को बाइक और छात्राओं को स्कूटी देंगे। युवा अपना रोजगार स्वयं शुरु कर सकें, इसके लिए बिना ब्याज का 10 लाख तक का ऋण हमारी सरकार मुहैया कराएगी। हिन्दुस्थान समाचार/राजीव रंजन /विभाकर-hindusthansamachar.in

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