भोजपुर में बगावत का झंडा थाम निर्दलीय चुनाव में उतरे नेताओं को भाजपा ने किया निष्कासित
भोजपुर में बगावत का झंडा थाम निर्दलीय चुनाव में उतरे नेताओं को भाजपा ने किया निष्कासित

भोजपुर में बगावत का झंडा थाम निर्दलीय चुनाव में उतरे नेताओं को भाजपा ने किया निष्कासित

आरा,15 अक्टूबर(हि.स)। भोजपुर जिले में बड़हरा, आरा, संदेश और शाहपुर में भारतीय जनता पार्टी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे नेताओं को तगड़ा झटका लग रहा है। भाजपा और एनडीए से टिकट नहीं मिलने के बाद पार्टी में बगावत का झंडा उठाने वाले इन उम्मीदवारों को अब क्षेत्र में दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। कल तक जो उम्मीदवार जनता के बीच पहुंच कर यह भरोसा दिला रहे थे कि वही एनडीए के असली उम्मीदवार हैं, पार्टी की भूल ने दूसरे को उम्मीदवारी का सिंबल दे दिया है।जिताइये तो भाजपा का ही विधायक बन आपकी उम्मीदों को पूरा करेंगे, ऐसे उम्मीदवारों को अब भारतीय जनता पार्टी ने छह साल के लिए पार्टी से निष्काषित कर यह संदेश दे दिया है कि पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव मैदान में आकर भाजपा का असली उम्मीदवार बताने की भूल अब उनका राजनीतिक कॅरियर पर भारी पड़ गया है। ऐसे नेताओं को भाजपा ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है। बड़हरा से भाजपा का टिकट नहीं मिलने पर पूर्व विधायक आशा देवी को पार्टी ने निष्काषित कर दिया है। आरा से भाजपा में बगावत कर चुनाव लड़ रहे हाकिम प्रसाद, शाहपुर में भाजपा से विद्रोह कर चुनाव लड़ रहीं शोभा देवी और संदेश में भाजपा का टिकट नहीं मिलने पर बगावत का झंडा उठाकर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरीं श्वेता सिंह को भाजपा ने प्राथमिक सदस्यता से निलंबित करते हुए छह साल के लिए भाजपा से निष्कासित कर दिया है। भाजपा नेतृत्व द्वारा बगावत करने वाले इन नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाने के बाद बड़हरा, आरा, शाहपुर और संदेश में बगावती तेवर दिखाने वाले इन नेताओ पर भाजपा का शिकंजा कसते ही अब क्षेत्र में जनता भी इनसे किनारा करने लगी है। भाजपा के नाम से मतदाताओं को गुमराह करने वाले इन उम्मीदवारों की पोल खुल गई है और मतदाता इन्हें चुनाव में अब सबक सिखाने लगे हैं। भाजपा से निष्काषित किये जाने के बाद इन उम्मीदवारों को अब दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। जनता इनकी बातों को सुनने तक को तैयार नहीं है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के छह साल के कार्यकाल को स्वर्णिम बताते हुए मतदाता सीधे एनडीए उम्मीदवार को विजयी बनाने और बिहार में एनडीए की सरकार बनाने की बात कहते दिख जाते हैं। मतदाता यूपीए और महागठबंधन को बिहार के लिए काला अध्याय की संज्ञा देते हुए कहते हैं कि 15 साल के जंगलराज की याद आते ही उनकी रूह कांप जाती है। लालटेन की लौ की कौन कहे दिन के उजाले और दोपहर में बच्चों के अपहरण किये जाते थे, बैंक लूटे जाते थे। रंगदारी वसूली जाती थी। हत्या और बलात्कार आम बात हो गई थी। मुख्यमंत्री आवास से जंगलराज का संचालन होता था। आज एनडीए के 15 सालों के शासन में बिहार में नये अध्याय की शुरुआत हुई है।विकास की लंबी लकीर खींची गई और लालटेन युग से निकाल कर एनडीए ने बिहार को एलईडी की दूधिया रौशनी तक पहुंचाया है। टूटी फूटी सड़कों को चकाचक किया तो बिहार में फोर न का जाल बिछाया। भ्रष्टाचार, अपहरण,रंगदारी जैसी बातें अब इतिहास के पन्नो में दर्ज हो गई और बिहार में विकास अब देश के अन्य राज्यों के लिए मॉडल बन कर उभरा। संदेश विधानसभा क्षेत्र के मतदाता अख्तियारपुर निवासी रिंकू सिन्हा जंगलराज और एनडीए के शासन काल की बातों को मजबूती से लोगों के सामने रखते हुए कहते हैं कि कांग्रेस, माले और राजद सब एक ही थाली के चट्टे—बट्टे हैं। ये बिहार और देश को अपराध के अंधेरे में धकेलने को बेताब हैं लेकिन नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश का युवा वर्ग अब बदलाव के लिए बेचैन है। देश बदल रहा है आगे बढ़ रहा है तो ऐसे में बिहार में एनडीए के अलावे कोई और विकल्प नहीं है। बड़हरा से करजा निवासी मतदाता रवि सिंह कहते हैं कि एनडीए विकास की राह पर है जबकि महागठबंधन वाले बिहार को शाहीनबाग बनाना चाहते हैं। मतदाता एनडीए की जीत को लेकर प्रतिबद्ध हैं। संदेश के चांदी निवासी और मतदाता अमरेंद्र कहते हैं कि अब जनता किसी भी हाल में जातीय संघर्ष और अपहरण के राज को वापस लाने की सोंच भी नहीं सकती है।एनडीए की जीत के लिए किसान, मजदूर, युवा, महिलाएं और बुद्धिजीवी सतर्क हैं और एनडीए की शानदार जीत होगी। सभी एक स्वर से भाजपा के बागी और निर्दलीय उम्मीदवारों को सिरे से खारिज करते हैं और कहते हैं कि जनता ने भी इन्हें अब बाहर का रास्ता दिखा दिया है। कोई अपना वोट खराब नही करना चाहता। अय्योध्या में राम मंदिर बनने की खुशी, जम्मू कश्मीर से धारा 370 की समाप्ति और जनकल्याणकारी कार्यो से जनता इतनी प्रसन्न है कि वो एक—एक वोट एनडीए को देने के लिए आगामी 28 अक्टूबर का बेसब्री से इंतजार कर रही है। हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र/हिमांशु शेखर/विभाकर-hindusthansamachar.in

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