बिग बैंग के बाद  ब्रह्मांड में पहले तीन रासायनिक तत्वों का उत्पादन हुआ :
बिग बैंग के बाद ब्रह्मांड में पहले तीन रासायनिक तत्वों का उत्पादन हुआ :

बिग बैंग के बाद ब्रह्मांड में पहले तीन रासायनिक तत्वों का उत्पादन हुआ :

दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय में वेबिनार का आयोजन गया, 23 अगस्त (हि.स.) बिग बैंग के बाद कुछ मिनटों में, ब्रह्मांड मे पहले तीन रासायनिक तत्वों का उत्पादन हुआ : हाइड्रोजन, हीलियम, और लिथियम। सिर्फ इन्हीं तीन तत्वों से बहुत कम रसायन बनाये जा सकते थे, और किसी जटिल अणु की संरचना संभव ही नहीं थी। लगभग 14 बिलियन वर्षों बाद, गैलेक्सी के 2% हाइड्रोजन और हीलियम से स्टेलर नाभिकीय संश्लेषण द्वारा आवर्त सारणी के बाकी सभी तत्वों की संरचना हुई। स्टेलर नाभिकीय संश्लेषण उस प्रक्रिया का नाम है जिसके द्वारा एक तारे के जीवन चक्र में विभिन्न अवस्थाओं में भिन्न-भिन्न प्रकार के तत्व उत्पन्न होते हैं। इन्ही तत्वों से सारे जटिल रसायनों का निर्माण हुआ जो ब्रह्मांड में जीवन की उत्पत्ति के लिए पूर्वापेक्षित हैं। भौतिक विज्ञान विभाग, दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय में रविवार का व्याख्यान इसी विषय-वस्तु पर आयोजित किया गया था । यह विभाग की साप्ताहिक विज्ञान व्याख्यान श्रृंखला (सीज़न -2) का पांचवां व्याख्यान था। रविवार के व्याख्याता अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के भौतिक विज्ञान विभाग के प्रो. सज्जाद अतहर थे। प्रो. सज्जाद अतहर न्यूट्रिनो फिजिक्स के विश्वविख्यात विशेषज्ञ हैं और साथ ही नाभिकीय भौतिकी और खगोल भौतिकी में शोधरत हैं। व्याख्यान का शीर्षक था, भौतिक विज्ञान के परिप्रेक्ष्य में आवर्त सारणी। वेबिनार से पहले, भौतिक विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो. वेंकटेश सिंह ने औपचारिक रूप से व्याख्याता का परिचय कराया और उनकी वैज्ञानिक उपलब्धियों से प्रतिभागियों को अवगत कराया। इस नितांत मौलिक विषय पर हो रहे व्याख्यान ने देश के विभिन्न भागों से प्रतिभागियों का ध्यान आकर्षित किया। इसमें पूरे देश के स्नातक और स्नातकोत्तर छात्रों, पीएचडी छात्रों, संकाय सदस्यों और वरिष्ठ प्रोफेसरों सहित 100 से भी ज्यादा प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। प्रो. सज्जाद अतहर ने अपने व्याख्यान में तारों के जीवन चक्र के विषय में विस्तारपूर्वक चर्चा की। उन्होंने प्रतिभागियों को उन प्रक्रियाओं से अवगत कराया जिनसे आवर्त सारणी के सभी तत्वों का निर्माण हुआ। व्याख्यान के मुख्य बिंदु थे : बिगबैंग नाभिकीय संश्लेषण, स्टेलर नाभिकीय संश्लेषण, एवं सुपरनोवा नाभिकीय संश्लेषण। व्याख्यान के बाद भौतिक विज्ञान विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. पुनीत मिश्रा ने प्रश्नोत्तर सत्र का संचालन किया। प्रश्नोत्तर सत्र के बाद, समन्वयक प्रो. विजय राज सिंह ने स्पीकर, अपने सह-समन्वयक प्रो. बी के सिंह, विभाग के सहयोगी शिक्षकों, एवं सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद दिया। अंत में, प्रो. वेंकटेश सिंह ने सभी को धन्यवाद देते हुए इस विज्ञान व्याख्यान श्रृंखला के अगले व्याख्यान की घोषणा की। अगला व्याख्यान 26 अगस्त, 2020 को 11:30 बजे निर्धारित किया गया है। अगले व्याख्याता इंस्टिट्यूट ऑफ फिजिक्स, एकेडेमिया सिनिका, ताइवान के प्रो. हेनरी वांग होंगे। हिंदुस्थान समाचार/ पंकज कुमार/विभाकर-hindusthansamachar.in

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