बक्सर से चुनाव मैदान में उतर सकते हैं गुप्तेश्वर पांडेय

बक्सर से चुनाव मैदान में उतर सकते हैं  गुप्तेश्वर  पांडेय
बक्सर से चुनाव मैदान में उतर सकते हैं गुप्तेश्वर पांडेय

2009 में भी चुनाव लड़ने के लिए वीआरएस लिया था पांडेय ने लेकिन टिकट नहीं मिलने के बाद वापस ले लिया वीआरएस सुशांत सिंह राजपूत की संदिग्ध मौत मामले में मुखरता का उठा सकते हैं राजनीतिक लाभ पटना, 23 सितम्बर (हि.स.) । बिहार के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के पद से वीआरएस लेने के बाद गुप्तेश्वर पांडेय खासे चर्चा में हैं। कयास यह लगाया जा रहा है कि बिहार विधानसभा चुनाव में वे बक्सर से चुनावी मैदान में उतर सकते हैं। अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की संदिग्ध मौत मामले में मुखर रहे गुप्तेश्वर पांडेय के इस फैसले पर राजनीतिक बयानबाजी का दौर शुरू हो गया। भारतीय पुलिस सेवा से वीआरएस लेने के बाद बुधवार को मीडिया से बात करते हुए पांडेय ने कहा कि अभी उन्होंने किसी भी पार्टी में शामिल होने का कोई फैसला नहीं किया है। उन्होंने कहा कि जहां तक सामाजिक कार्यों की बात है तो बगैर राजनीति में गए भी वह काम मैं कर सकता हूं। उन्होंने कहा कि कई लोग मुझे ट्रोल कर रहे हैं। सुशांत मामले से जोड़कर लोग देख रहे हैं। मेरे वीआरएस से सुशांत मामले का कोई लेना-देना नहीं है। मैंने सुशांत के निराश और हताश पिता की मदद की लेकिन मेरी सीबीआई की अनुशंसा पर भी सवाल उठे, जो सुप्रीमकोर्ट ने सही ठहरा दिया। हमने हंगामा तब किया जब हमारी पुलिस के साथ गलत व्यवहार किया गया। मैंने सुशांत के इंसाफ के लिये लड़ाई लड़ी है। लोग कह रहे हैं कि मैंने सुशांत के मामले को उठाया, उसे लोग राजनीति से जोड़ रहे हैं, जो गलत है। 1987 बैच के आईपीएस अफसर गुप्तेश्वर पांडेय 1987 बैच के आईपीएस अफसर हैं। संयुक्त बिहार में कई जिलों के एसपी और रेंज डीआईजी के अलावा वे मुजफ्फरपुर के जोनल आईजी भी रहे हैं। एडीजी मुख्यालय और डीजी बीएमपी का भी उन्होंने पद संभाला था। केएस द्विवेदी के सेवानिवृत होने के बाद फरवरी, 2019 में वे बिहार के डीजीपी नियुक्त किए गए थे। गृह विभाग की अधिसूचना के मुताबिक 22 सितंबर, 2020 के अपराह्न से उन्हें स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति प्रदान की गई है। उन्होंने मंगलवार को ही इसके लिए आवेदन दिया था। स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए कम से कम तीन महीने पूर्व आवेदन किए जाने के नियम को शिथिल करते हुए राज्य सरकार ने इसे स्वीकार कर लिया। 2009 में भी छोड़ी थी नौकरी आईजी के पद पर रहते हुए गुप्तेश्वर पांडेय ने साल 2009 में वीआरएस ले लिया था। तब उनके बक्सर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की चर्चा थी। हालांकि बाद में वे किसी भी दल से चुनाव मैदान में नहीं उतरे और वीआरएस भी वापस ले लिया था। हिन्दुस्थान समाचार/राजीव रंजन/विभाकर-hindusthansamachar.in

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