नीतीश का जल जीवन हरियाली अभियान नई पीढ़ी को देगा बेहतर भविष्यः रणबीर नंदन
नीतीश का जल जीवन हरियाली अभियान नई पीढ़ी को देगा बेहतर भविष्यः रणबीर नंदन

नीतीश का जल जीवन हरियाली अभियान नई पीढ़ी को देगा बेहतर भविष्यः रणबीर नंदन

पटना, 18 अगस्त (हि स)। छात्र जनता दल यूनाइटेड के प्रभारी व पूर्व विधान पार्षद प्रो. रणबीर नंदन ने मंगलवार को चर्चित ऑनलाइन इवेंट ट्यूजडे टॉक में जल जीवन हरियाली अभियान की चर्चा की। इसके साथ ही करीब डेढ़ महीने से चल रहा यह कार्यक्रम एक पड़ाव पूरा हुआ। ट्यूजडे टॉक के इस पहले सीजन में छात्र जदयू की ओर से प्रो. रणबीर नंदन ने सरकार की ओर से छात्र, युवाओं व नई पीढ़ी को ध्यान में रखकर उठाए गए कार्यक्रमों पर चर्चा की। सात जुलाई को इस कार्यक्रम का उद्घाटन सांसद रामचंद्र प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में हुआ था। इसके बाद 14 जुलाई को स्टूडेंट्स क्रेडिट कार्ड, 21 जुलाई को स्टार्टअप नीति, 28 जुलाई को छात्रवृत्ति योजनाओं, 4 अगस्त को शैक्षणिक संस्थानों में संरचनात्मक विकास और 11 अगस्त को छात्राओं के विकास के लिए उठाए गए कदमों पर चर्चा की। इस सीजन के आखिरी शो में प्रो. रणबीर नंदन ने जल जीवन हरियाली की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आने वाली पीढ़ी को एक बेहतर कल देने के उद्देश्य से ही इस कार्यक्रम की शुरुआत की है। झारखंड के बंटवारे के बाद प्रदेश में जिस प्रकार से हरित क्षेत्र कम हुआ है, उसके कारण युवा आबादी को ही परेशानी झेलनी पड़ती। उस संकट से निकालने के लिए मुख्यमंत्री की योजना है। हमारा कर्तव्य है कि हम प्रदेश के तमाम लोगों को अपने कल को बेहतर बनाने के लिए इस योजना को पूरा कराने के लिए प्रेरित करें। प्रो. रणबीर नंदन ने कहा कि यह एक पड़ाव है। हम कोरोना के इस संकट काल में अपने प्यारे भाई-बहनों से लगातार इसी प्रकार जुड़ते रहेंगे। उन्होंने योजना पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जल जीवन हरियाली योजना निश्चित तौर पर प्रदेश में हरित आवरण को बढ़ाने और जल स्रोतों के संरक्षण में मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि इस योजना को जन-जन तक पहुंचाने के लिए हम सब को जुटना होगा। प्रो. रणबीर नंदन ने कहा कि योजना के तहत बारिश के पानी को तालाब और मेड़ में संचित करना है, जिससे फसलों की सिंचाई हो सके। इस योजना की खास बात यह है कि तालाब की मेड़बंदी के ऊपर पेड़-पौधों की बुवाई होती है। इसके लिए भी सरकार किसानों को सब्सिडी भी देती है। यह सभी जानते हैं कि अगर किसानों को सिंचाई के साधन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो तो देश को सोने की चिड़िया बनने से कोई रोक नहीं सकता। केंद्र व राज्य सरकार किसानों की आय 2022 तक दोगुना करने के लिए लगातार प्रयासरत है। जल-जीवन-हरियाली योजना पर सरकार किसानों को 75,500 रुपए की सब्सिडी देती है ताकि किसान भूमिगत जल से खेच की सिंचाई कर सकें। हरित आवरण को बढ़ाने की दिशा में भी काम हुआ है। मनरेगा के तहत पिछले दो वर्षों में अभियान चला कर 1 करोड़ पौधे लगाए गए। पर्यावरण, वन व जलवायु परिवर्तन विभाग के साथ मिल कर 2019-20 में करीब 1 करोड़ 25 लाख पौधे लगे। इसी प्रकार इसी माह नौ अगस्त को बिहार पृथ्वी दिवस के अवसर पर 3.5 करोड़ से अधिक पौधे लगे। हिन्दुस्थान समाचार/मुरली/ चंदा-hindusthansamachar.in

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