तेजस्वी के इशारे पर राजनीति कर रहे हैं चिरागः जदयू
तेजस्वी के इशारे पर राजनीति कर रहे हैं चिरागः जदयू

तेजस्वी के इशारे पर राजनीति कर रहे हैं चिरागः जदयू

पुल टूटने जैसा झूठा व गैरजिम्मेदाराना बयान चिराग को शोभा नहीं देता पार्टी के अध्यक्ष व सांसद हैं, बयान देने से पहले हकीकत को देखें लोजपा अध्यक्ष पटना, 17 जुलाई (हि.स.)। जदयू नेता मनोज लाल दास मनु ने कहा नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के इशारे पर लोजपा अध्यक्ष व जमुई सांसद चिराग पासवान राजनीति कर रहे हैं। उन्हें कोई भी बयान देने से पहले वस्तुस्थिति को देख लेना चाहिए। एक राजनीतिक दल के अध्यक्ष होने के साथ ही चिराग पासवान सांसद भी हैं। ऐसी स्थिति में पुल टूटने की झूठी बात कहना सांसद को भी अमर्यादित किया है। बिहार में एनडीए की सरकार है जिसके मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं, न कि जदयू के। जब पुल टूटा ही नहीं तो पुल टूटने जैसे गैर जिम्मेदाराना बयान देना चिराग पासवान को शोभा नहीं देता है। सारी दुनिया जान रही है कि पुल पूरी तरह सुरक्षित है। अप्रोच रोड टूटा है। वो भी प्राकृतिक विपदा के कारण। पानी के तेज बहाव से अप्रोच सड़क टूटी है, इसमें नीतीश कुमार या नंदकिशोर यादव कैसे दोषी हो गये। राज्य सरकार इसकी भी जांच कराने का आदेश जारी कर दिया है जिसमें इसकी जांच होगी की अप्रोच रोड टूटने के लिये दोषी कौन है। मनु ने कहा कि विपक्ष के पास तो कोई काम है हीं नही है, इसलिए अनर्गल प्रलाप करना तेजस्वी का मुख्य काम बच गया है। चिराग से बिहार की जनता को काफी आशा थी, लेकिन तेजस्वी के रास्ते को अपना कर चिराग ने जनता की आशा पर कुठाराघात किया है। किसी सदन का सदस्य नहीं होने पर भी पारस को मंत्री बनाया मनु ने कहा कि विकास के साथ न्याय की बात करने वाले नीतीश कुमार ने सभी के साथ न्याय किया है। जब एनडीए की सरकार नीतीश कुमार के नेतृत्व में बन रही थी दोनों में से किसी विधायक का नाम भेजने की बजाये किसी भी सदन के सदस्य नहीं रहने के बाबजूद नीतीश कुमार ने पशुपति पारस को मंत्री बनाया और विधान परिषद का सदस्य भी बनाया था। इसलिए चिराग पासवान को समझना चाहिए कि वे घटक दल के नेता हैं। उन्हें झूठी बयानबाजी नहीं करनी चाहिए। सरकार की कमियों की ओर जरूर ध्यान दिलाना चाहिए, लेकिन किसी के इशारे पर झूठ बयानबाजी महज मीडिया में आने के लिए नहीं करनी चाहिए। हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/विभाकर-hindusthansamachar.in

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