डॉलफिन रिसर्च सेंटर की स्थापना में बिहार को मदद करे केंद्रः उपमुख्यमंत्री
डॉलफिन रिसर्च सेंटर की स्थापना में बिहार को मदद करे केंद्रः उपमुख्यमंत्री

डॉलफिन रिसर्च सेंटर की स्थापना में बिहार को मदद करे केंद्रः उपमुख्यमंत्री

बिहार के तीन शहरों में नगर वन और पांच नदियों के किनारे होगा पौधरोपण पटना, 17 अगस्त (हि.स.)। केंद्रीय पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावेडकर के साथ देश भर के पर्यावरण मंत्रियों की सोमवार को हुई वर्चुअल बैठक में उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने पटना विश्वविद्यालय परिसर में राज्य सरकार की ओर से 30 करोड़ की लागत से बनने होने जा रहे डॉलफिन रिसर्च सेंटर के लिए केंद्र से मदद की अपेक्षा की। उन्होंने कहा कि बिहार के तीन शहरों भागलपुर, गोपालगंज औक गया में विकसित किए जाएंगे। इसके साथ ही गंगा सहित पांच नदियों के किनारे पौधरोपण तथा प्रत्येक जिले के 4-5 चयनित स्कूलों में स्कूल नर्सरी खोली जाएगी। ज्ञातव्य है कि 15 अगस्त को लालकिले के प्राचीर से प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में प्रोजेक्ट डॉलफिन प्रारंभ करने की घोषणा की है।चूंकि बिहार सरकार की पहल पर ही 05 अक्तूबर, 2009 को भारत सरकार द्वारा डॉलफिन को ‘नेशनल एक्युटिक एनिमल’ घोषित किया गया था और पूरे देश की डॉलफिन की आधी आबादी (1,464) बिहार में हैं, इसलिए डॉलफिन शोध संस्थान के लिए बिहार को केन्द्र सरकार से मदद की अपेक्षा है। भागलपुर, गोपालगंज और गया में विकसित होंगे नगर वन भारत सरकार की योजना के अन्तर्गत बिहार में तीन जगह भागलपुर के जयप्रकाश उद्यान (10 हे.), गोपालगंज के थावे (12.28 हे.) और गया के ब्रह्मयोनि पहाड़ (50 हे.) में नगर वन विकसित किए जाएंगे। केन्द्र सरकार ने प्रत्येक नगर वन के लिए 2-2 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। सिरसिया, परमार, पुनपुन, रामरेखा और सिकरहना नदियों के किनारे पौधरोपण प्रदूषण से प्रभावित गंगा सहित पांच नदियों सिरसिया (मोतिहारी), परमार (अररिया), पुनपुन (पटना), रामरेखा (बेतिया) और सिकरहना (बेतिया) के किनारे पौधरोपण किये जाएंगे। गंगा के किनारे पिछले तीन वर्षों में 7.63 लाख पौधे लगाए गए हैं। 2020-21 में 3.17 लाख पौधारोपण किया जाना है। प्रत्येक जिले के 4-5 चयनित स्कूलों में खोली जायेगी स्कूल नर्सरी खोली भारत सरकार की अगले पांच वर्षों (2020-21 से 2024-25) तक प्रति वर्ष देश के एक हजार स्कूलों में प्रति स्कूल एक हजार पौधे तैयार करने की योजना के अन्तर्गत बिहार के भी सभी जिलों के 4-5 विद्यालयों को चयन किया जा रहा है, जिसमें स्कूल नर्सरी खोली जाएगी। उन स्कूलों की कक्षा छह से आठ के विद्यार्थियों को पौधा उगाने और पौधरोपण संबंधी ज्ञान को पाठ्येतर गतिविधि के तौर पर पढाया जायेगा। हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/विभाकर-hindusthansamachar.in

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