जमालपुर के इंडियन रेलवे इंस्टीच्यूट ऑफ मेकेनिकल इंजनियरिंग को फिर से खोला जायेः नीतीश
जमालपुर के इंडियन रेलवे इंस्टीच्यूट ऑफ मेकेनिकल इंजनियरिंग को फिर से खोला जायेः नीतीश

जमालपुर के इंडियन रेलवे इंस्टीच्यूट ऑफ मेकेनिकल इंजनियरिंग को फिर से खोला जायेः नीतीश

लॉकडाउन के दौरान राज्य से बाहर फंसे लोगों को वापस लाने में रेलवे ने निभाई अहम भूमिका पटना, 18 सितंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान हमारे बाहर फंसे श्रमिकों को राज्य में वापस लाने में रेलवे ने काफी मदद की है। विशेष रेलगाड़ियों का परिचालन कराया गया, जिससे 23 लाख से ज्यादा श्रमिक बाहर से बिहार आए। हमारा निवेदन है कि श्रमिकों के लिए प्रवासी शब्द का इस्तेमाल न किया जाए, ये सभी देश के वासी हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में इंडियन रेलवे इंस्टीच्यूट ऑफ मेकेनिकल इंजनियरिंग, जमालपुर (आईआरआईएमई) में चलता था। इसमें स्टूडेंट का सेलेक्शन यूपीएससी के माध्यम से होता था। यह इंस्टीच्यूट बंद हो गया है, इसको फिर से चालू करा दिया जाए। शुक्रवार को नीतीश प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोसी रेल मेगाब्रिज समेत रेलवे की अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं के शुभारंभ के मौके पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि मैं आज के इस कार्यक्रम में सबसे पहले प्रधानमंत्री जी को बधाई देता हूं। 17 सितंबर उनका जन्मदिन था। कल भी हमलोगों ने बधाई दी थी। पूरा सप्ताह आपका जन्मदिन मनाया जा रहा है। इसके लिए आपको बधाई देता हूं। शुभकामनाएं देता हूं। आज 18 सितंबर से राजगीर में मलमास मेले की शुरुआत हो गई है, जिसमें अवधारणा है कि 33 करोड़ देवी-देवता इस दौरान निवास करते हैं। वहां कुंड में स्नान करने की भी मान्यता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मुझे रेल मंत्री बनने का सौभाग्य मिला। कोसी महासेतु का शिलान्यास अटल जी की सरकार में 06 जून 2003 को हुआ था। इसके लिए हमने कोसी महासेतु के दोनों तरफ एप्रोच रोड के लिए स्थल का मुआयना कर लोगों से बातचीत की थी। ईस्ट-वेस्ट एलाइन्मेंट भी कोसी ब्रिज के पास ही तय किया गया है। वह दिन इसलिये भी ऐतिहासिक है क्योंकि हमने प्रधानमंत्री से मैथिली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग की थी जिसकी घोषणा अटल जी ने उसी दिन की थी। उन्होंने कहा कि 12 अगस्त 2018 के रेल मंत्री के कार्यक्रम में हम भी शामिल हुए थे, जिसमें रेलमंत्री ने इस कार्य को तेजी से पूर्ण करने का अधिकारियों को निर्देश भी दिया था। नीतीश ने कहा कि आज हाजीपुर से वैशाली नई रेल लाइन की भी शुरुआत की जा रही है, जिसे सुगौली तक जोड़ने की योजना है। सुगौली भी ऐतिहासिक जगह है जहां भारत और नेपाल के बीच वार्ता हुई थी। 10 फरवरी 2004 को वैशाली में अटल जी ने ही इसका शिलान्यास किया था। इसके एक हिस्से का काम पूर्ण हुआ है जिसका आज उद्घाटन हो रहा है। इसे सुगौली तक भी पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में रेलवे की कई योजनाओं का शिलान्यास हो रहा है। बाढ़ और बख्तियारपुर के बीच तीसरी रेलवे लाइन का उद्घाटन हो रहा है। ये प्रसन्नता की बात है। अटल जी की सरकार के दौरान उस समय के ऊर्जा मंत्री पीआर कुमार मंगलम ने बिहार में पॉवर प्लांट खोलने के लिए जगह के बारे में पूछा था और उसके आधार पर बाढ़ में एनटीपीसी की स्थापना की गई। बाढ़ तक नई रेल लाइन से एनटीपीसी को कोयले की उपलब्धता में आसानी होगी। इसके लिए हजारीबाग कोयला खादान के पास से तय रूट हजारीबाग-कोडरमा-तिलैया-राजगीर-बख्तियारपुर-बाढ़ से कोयले की ढ़ुलाई में आसानी होगी। मेरा आग्रह है कि जुरही-खुराडीह सेक्शन में चार सुरंगों को बनाया जाना है इसे जल्द पूरा किया जाए। इससे कोयले की निर्बाध आपूर्ति में सुविधा होगी। उन्होंने कहा कि इस्लामपुर-नटेसर रेल लाइन के पूर्ण हो जाने से लोगों को आवागमन में सुविधा होगी। पटना से गया जाने का पुराना सड़क मार्ग भी पहले इधर से ही था। अब फतुहा-इस्लामपुर से नटेसर होते हुए गया के लिए नया रेल मार्ग मिल जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि 12 अगस्त 2018 के कार्यक्रम में रेल मंत्री से आग्रह किया था कि नेऊरा-दनियांवा-बिहारशरीफ-बरबीघा-शेखपुरा पूरा रेलखंड जो किउल से दानापुर आने का तीसरा रास्ता है और इसमें दूरी 9 किमी कम भी पड़ती है, इस लाइन के बन जाने से आवागमन में सुविधा होगी। इसे अटल जी के समय में स्वीकृत किया गया था। इसके बचे हुए काम को पूरा कर दिया जाए। हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/विभाकर-hindusthansamachar.in

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