खगड़िया में पांच पार्क का होगा जीर्णोद्धार, लगेगा स्वागत सह सीमांकन बोर्ड
खगड़िया में पांच पार्क का होगा जीर्णोद्धार, लगेगा स्वागत सह सीमांकन बोर्ड

खगड़िया में पांच पार्क का होगा जीर्णोद्धार, लगेगा स्वागत सह सीमांकन बोर्ड

खगड़िय, 2 सितम्बर(हि स)।। खगड़िया शहर की धरोहर मेन रोड के दिन सुधरने वाले हैं। लगभग 42 लाख रुपए की लागत से सड़क जीर्णोद्धार कार्य का शिलान्यास नगर सभापति सीता कुमारी ने बुधवार को किया। उन्होंने कहा कि शहर के सभी चार प्रवेश द्वार पर स्वागत बोर्ड जल्द लगेगा ताकि देश के विभिन्न राज्यों से आने वाले आगंतुकों को यह मालूम हो सके कि वे खगड़िया नगर परिषद क्षेत्र में पधारे हैं। उन्होंने कहा कि मेन रोड का सड़क निर्माण कार्य 41 लाख 73 हजार रुपए की लागत से नगर थाना से लेकर शहीद प्रभुनारायण चौक होते हुए सागरमल चौक तक पीसीसी सड़क एवं 33.66 लाख रुपये की लागत से आर सी सी नाला निर्माण कार्य शुरू हो रहा है। लगभग 10 वर्ष पहले पूर्व नगर सभापति मनोहर कुमार यादव के कार्यकाल में कालीकरण सड़क बनाया गया था। कुछ लोगो के द्वारा नाला पर अतिक्रमण के कारण पानी लगने से सड़क क्षतिग्रस्त हो गया था। इस सड़क को पीसीसी बनाया जा रहा तथा सड़क पर जलजमाव न हो इसके लिए सड़क के दोनों तरफ नाला भी बनवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शहर के सौंदर्यीकरण का कार्य तेज गति से किया जा रहा है। नगर परिषद के चारो प्रवेश द्वार पर स्वागत सह सीमांकन बोर्ड का भी टेंडर हो गया है।संवेदक को कार्यादेश निर्गत कर दिया गया है। अविलंब कार्य आरंभ कर दिया जायेगा। नगर परिषद के अंदर पाँच पार्क का जीर्णोद्धार एवं सौन्दर्यीकरण होना है। शहर में अभी मात्र एक गाँधी पार्क ही व्यवस्थित है। योगिराज डॉ रामनाथ अघोरी पार्क एन०एच० 31 तीनमुहानी बलुआही का सौन्दर्यकरण का काम चल रहा है। इस पार्क में महान समाजवादी पूर्व विधायक स्व० रामबहादुर आजाद का प्रतिमा लगाया जायेगा।सरदार बल्लभ भाई पटेल पार्क दाननगर , सुभाषचंद्र बोस पार्क चित्रगुप्त नगर का भी टेंडर कर जीर्णोद्धार किया जायेगा। सदर अस्पताल खगड़िया में एक मिनी पार्क निर्माण होना है। स्वच्छ और सुन्दर खगड़िया के लिए शहर के आम नागरिकों का सहयोग जरूरी है। 50 हजार की आबादी वाले शहर को स्वच्छता में पूरे बिहार में सातवाँ स्थान मिला है।जिला प्रशासन अगर सहयोग करेगी तो हमारा शहर प्रथम स्थान पर आ सकता है। कचरा प्रबंधन के लिए जिला प्रशासन को कई बार नगर परिषद से भूमि उपलब्ध करवाने को लेकर पत्र लिखा गया है लेकिन अभी तक भूमि उपलब्ध नहीं हो पाई है। कचड़ा प्रबंधन में शहर से निकलने वाले सूखे एवं गीला कचड़ा को अलग कर जैविक खाद एवं अन्य सामग्री बनाया जाता है। हिन्दुस्थान समाचार/अजिताभ/चंदा-hindusthansamachar.in

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