कटिहार सदर अस्पताल का सोलर सिस्टम बना शोभा की वस्तु
कटिहार सदर अस्पताल का सोलर सिस्टम बना शोभा की वस्तु

कटिहार सदर अस्पताल का सोलर सिस्टम बना शोभा की वस्तु

कटिहार, 22 दिसम्बर (हि.स.)। सदर अस्पताल को प्रदूषण रहित 24 घंटे विद्युत आपूर्ति हो इसके लिए मुख्यमंत्री नवीन एवं नवीकरणीय योजना के तहत सोलर प्लेट लगाया गया। सरकार का उद्देश्य था कि बिजली गुल होने पर जनरेटर के प्रदूषण से मरीजों को राहत मिलेगी तथा डीजल के मद में होने वाले खर्च को भी बचाया जा सकेगा। सदर अस्पताल की छत पर लगाए गए 82 सोलर प्लेट से 25 केवीए का बिजली उत्पादन होना था। परंतु तीन चार माह काम करने के बाद यह पूरा सिस्टम फेल हो गया और अब यह सिर्फ शोभा की वस्तु बनकर रह गई है। जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री नवीन एवं नवीकरणीय योजना के तहत स्टेटकॉन पावर कन्ट्रोल्स लिमिटेड नोएडा के दिशा-निर्देश में बिहार रेनुवल इनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी के द्वारा मई 2015 में सोलर प्लेट लगाया गया था। बिहार सरकार ने इस योजना के तहत अस्पतलों में बिजली गुल होने पर लाइट की व्यवस्था कराने के लिए केंद्र सरकार से सोलर पैनल लगाने की पहल की थी। लोगों को यह उम्मीद जगी थी कि इस सिस्टम के लग जाने पर बिजली गुल होने के बावजूद भी ओपीडी, इमरजेंसी के अलावा अन्य वार्डों में लाइट और पंखे बिना बाधा के चलते रहेंगे। लेकिन इसका लाभ अस्पताल को नहीं मिल सका। अब बिजली गुल होने पर जेनेटर ही एक मात्र विकल्प रह गई है। बताया जा रहा है कि इस योजना के तहत सोलर प्लेट लगाने में लगभग एक करोड़ से भी ज्याद की राशि खर्च हुई है। इसके बावजूद आज सदर अस्पताल में जनरेटर से ही बिजली सप्लाई हो रही है। रख रखाव के अभाव में अस्पताल की छत पर लगा सोलर पैनल के कलपुर्जे व बैटरी एक-एक कर बर्वाद हो रहा है। हिन्दुस्थान समाचार/विनोद/चंदा-hindusthansamachar.in

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