उम्मीद है कि बेकार नहीं जाएगी शहीदों की कुर्बानी : कन्हैया
उम्मीद है कि बेकार नहीं जाएगी शहीदों की कुर्बानी : कन्हैया

उम्मीद है कि बेकार नहीं जाएगी शहीदों की कुर्बानी : कन्हैया

बेगूसराय, 04 जुलाई (हि.स.)। जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता डॉ. कन्हैया कुमार अपने गृह क्षेत्र से भले ही गायब हैं, लेकिन सरकार पर हमला करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। लोकसभा चुनाव हारने के बाद लंबे समय तक सामान्य गतिविधि से गायब रहे कन्हैया किसी ना किसी बहाने सरकार पर रोज हमला कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा अचानक लेह का दौरा किए जाने को लेकर भी कन्हैया ने शनिवार की सुबह-सुबह जोरदार हमला किया। कहा है कि घायल और बीमार को भी हमारे साहेब दवाई और राशन नहीं, भाषण ही पिलाते हैं। सेना के साहस का सहारा लेकर ही सही, कम से कम आज तो एक बार चीन का नाम लेते। न जाने क्यों साहेब के मुंह से चीन का नाम तक नहीं निकल रहा है, पर उम्मीद है कि चीन को मुंहतोड़ जवाब देंगे और शहीदों की कुर्बानी बेकार नहीं जाएगी।साहेब सेना की वीरता से सरकार की मूर्खता छुपाना चाहते हैं। जो देश का बेटा ना बचा पाए वो आपका डेटा बचाने का नाटक कर रहे हैं।बता दें कि बेगूसराय के बीहट निवासी कन्हैया कुमार जेएनयू में हुए विवादास्पद मामले को लेकर अचानक से चर्चा में आ गए थे। इसके बाद 2019 का लोकसभा चुनाव उन्होंने बेगूसराय से गिरिराज सिंह के विरोध में लड़ा। इस दौरान देशभर के उनके समर्थक बेगूसराय आए तथा जमकर प्रचार किया, यहां की लड़ाई गिरिराज सिंह बनाम कन्हैया नहीं, राष्ट्रवाद बनाम कन्हैया हो गया था। जिसका फल मिला कि गिरिराज सिंह के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा। हार के बाद कन्हैया विलुप्त हो गए, अब जबकि लोग बड़ी संख्या में जरूरतमंदों के सेवा में सामने आए। इस दौरान भी कन्हैया बेगूसराय से गायब हैं, लेकिन लोगों से जुड़े रहने के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से एक्टिव हैं। सोशल मीडिया के माध्यम से ही लोग जमकर कन्हैया की क्लास भी ले रहे हैं। लोगों का कहना है जनता को सोशल मीडिया से मतलब नहीं है, संकटकाल में कन्हैया को गांव में रहना चाहिए। इन्हें सिर्फ विरोध की बात आती है सरकार सीमा पर दुश्मनों के छक्के छुड़ाने के लिए लगातार प्रयत्नशील है, प्रधानमंत्री सैनिक का मनोबल बढ़ाने सीमा के नजदीक जाते हैं, लेकिन यह एसी में बैठे-बैठे सोशल मीडिया पर बयान बाजी कर रहे हैं। हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र/चंदा-hindusthansamachar.in

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