अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी ने आपातकाल की यादें ताजा कर दी : संजय जायसवाल
अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी ने आपातकाल की यादें ताजा कर दी : संजय जायसवाल

अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी ने आपातकाल की यादें ताजा कर दी : संजय जायसवाल

कांग्रेस-शिवसेना दोनों का लोकतंत्र में रत्ती भर भी विश्वास नहीं शिवसेना की हालत देखकर बाला साहब ठाकरे की आत्मा भी कराह उठी होगी पटना, 04 नवम्बर (हि.स.)। मुम्बई पुलिस द्वारा रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ व वरिष्ठ पत्रकार अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने अलोकतांत्रिक बताया। बुधवार को उन्होंने ट्वीट कर कहा कि ख्याति प्राप्त पत्रकार अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी ने आपातकाल की यादें ताजा कर दी हैं। यह दिखाता है कि कांग्रेस-शिवसेना दोनों का लोकतंत्र में रत्ती भर भी विश्वास नहीं है और अपनी खुन्नस निकालने के लिए यह दोनों किसी भी हद को पार कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा खंभा होता है। वरिष्ठ संपादक अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी और उनके साथ की गयी मारपीट सीधे-सीधे लोकतांत्रिक मूल्यों पर कुठाराघात है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने तंज कसते हुए कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर छाती पीटने वाले गिरोह के लोग कहां हैं। डॉ. जायसवाल ने कहा कि कांग्रेस की निगाह में भारत के टुकड़े-टुकड़े करने वाले नारे ‘अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता’ है। खुद राहुल गांधी उनके समर्थन में नारे लगा चुके हैं। क्या राहुल आज अर्नब गोस्वामी के समर्थन में मोमबत्ती जलाने की हिम्मत दिखाएंगे? उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा शर्मनाक स्थिति आज शिवसेना की है। सत्ता के लिए कोई किस हद तक गिर सकता है, शिवसेना उसका जीवंत प्रमाण है। इनकी यह हालत देखकर आज बाला साहब ठाकरे की आत्मा भी कराह उठी होगी। हिन्दुस्थान समाचार/राजीव-hindusthansamachar.in

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