अब दोपहिया वाहन के लिए भी सस्ती दरों पर ले सकेंगे मनचाहा नंबर
अब दोपहिया वाहन के लिए भी सस्ती दरों पर ले सकेंगे मनचाहा नंबर

अब दोपहिया वाहन के लिए भी सस्ती दरों पर ले सकेंगे मनचाहा नंबर

दोपहिया वाहनों के मनपसंद नंबर के आधार शुल्क में 5 से 20 हजार रुपये तक की गई कमी एक जिले में पसंद के नंबर नहीं हैं तो दूसरे जिले में नंबर के लिए करा सकते हैं रजिस्ट्रेशन गाड़ी खरीदते समय या खरीदने से पहले ऑनलाइन बुक करवा सकते हैं मनपसंद नंबर पटना, 19 दिसम्बर (हि.स.)। दोपहिया वाहनों में मनपसंद नंबर लगाने की शौक रखने वालों के लिए अच्छी खबर है। ऐसे लोगों को राहत देते हुए परिवहन विभाग ने मनपंसद नंबर के आधार शुल्क में भारी कमी की है। शनिवार को परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि दोपहिया वाहन चालक भी मनपसंद नंबर लेना चाहते थे, लेकिन रेट अधिक होने की वजह से नहीं ले पाते थे। अब दोपहिया वाहन के लिए भी सस्ती दरों में मनपसंद नंबर ले सकेंगे। परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि अब 0101, 0100, 0012, 1234 आदि मनपसन्द नंबर के लिए आधार शुल्क में 20 हजार रुपये कम लगेंगे। पहले इसी नंबर के लिए गैर परिवहन वाहन के लिए 35 हजार रुपये लगते थे, जो घटा कर 15 हजार रुपये किये गये हैं। वहीं 0121, 0123, 0151 आदि मनपसंद नंबर के लिए 16 हजार रुपये से घटाकर 10 हजार किये गये हैं। इसके अलावा कोई अन्य निबंधन संख्या जिसे चालू सीरिज में मनपसंद निबंधन संख्या के रूप में मांग की गई हो उसमें 10 हजार रुपये से कम कर 5 हजार रुपये किया गया है। उन्होंने बताया कि गाड़ियों का नंबर लेने के लिए कई लोग अपनी जन्मतिथि, शादी की सालगिरह, ज्योतिष, न्यूमरोलॉजी, ऑड नंबर और धार्मिक आधार पर नंबर लेना पसंद करते हैं, तो कोई किसी खास अंक के नंबर को शुभ मानते हुए लेना चाहते हैं, इस तरह के नंबर लेने की प्रक्रिया काफी आसान हो गई है। आसानी से घर बैठे ही ऑनलाइन फैंसी मनपसंद नंबर की बुकिंग करा सकते हैं। इसके लिए किसी डीटीओ कार्यालय में ज्यादा भाग दौड़ करने की जरुरत नहीं पड़ेगी। परिवहन विभाग ने फैंसी नंबर और लकी नंबर की बढ़ते डिमांड को देखते हुए ऑनलाइन व्यवस्था शुरू की है। फैंसी या मनपसंद का नंबर पाने के लिए पहले रजिस्ट्रेशन कराना होगा। एक ही नंबर के लिए एक से अधिक दावेदार होने की स्थिति में बोली लगेगी और अधिकतम बोली लगाने वाले को वह नंबर दिया जाएगा। पूरी प्रक्रिया पारदर्शी होगी तथा आवेदक बोली एवं निष्कर्ष को स्वयं भाग लेकर देख सकेंगे। हिन्दुस्थान समाचार/राजीव-hindusthansamachar.in

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