अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए बरौनी में निर्माणाधीन खाद कारखाना के मजदूर
अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए बरौनी में निर्माणाधीन खाद कारखाना के मजदूर

अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए बरौनी में निर्माणाधीन खाद कारखाना के मजदूर

- प्रबंधन और निर्माण में जुटी कंपनी पर वादे से मुकरने का आरोप बेगूसराय, 09 दिसम्बर (हि.स.)। बेगूसराय के बरौनी में निर्माणाधीन हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (हर्ल खाद कारखाना) में काम करने वाली कंपनियों द्वारा अनदेखी किए जाने से आक्रोशित सैकड़ों मजदूरों ने बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दिया है। बरौनी खाद कारखाना कर्मचारी यूनियन के बैनर तले गेट पर धरना पर बैठे मजदूरों का कहना है कि निर्माण कार्य में जुटी सबसे बड़ी कंपनी एल एंड टी द्वारा मजदूरों का शोषण किया जा रहा है। मनमाने तरीके से हटा दिया जा रहा है। 23 नवम्बर को भी जब हड़ताल किया था तो जिला प्रशासन, फर्टिलाइजर प्रबंधन, कंपनी के अधिकारी और कर्मचारी यूनियन के बीच वार्ता कर एक सप्ताह के अंदर सभी समस्या समाधान करने का निर्णय लिया गया था। लेकिन 16 दिन बीत जाने के बावजूद करार की अनदेखी किया जा रहा है। बोर्ड रेट के मुताबिक पेमेंट नहीं शुरू किया गया है, हटाए गए मजदूरों को वापस काम पर नहीं रखा गया है, स्थानीय लोगों को कौन नहीं दिया जा रहा है। फर्टिलाइजर के अधिकारी के अपने वायदे से मुकर गए हैं इसलिए अब सभी मामलों का समाधान होने तक यह हड़ताल जारी रहेगा। यूनियन के महासचिव प्रल्हाद सिंह ने बताया कि निर्माणाधीन फर्टिलाइजर में श्रमिकों के लिए तय मजदूरी का बोर्ड तो लगा दिया गया है। लेकिन बोर्ड पर अंकित मजदूरी का भुगतान नहीं किया जा रहा है। स्थानीय लोगों को काम नहीं मिल रहा है, जिसके कारण आक्रोश है। उन्होंने बताया कि 23 नवम्बर को जब मजदूरों ने हड़ताल किया था तो खाद कारखाना प्रबंधन, निर्माण कंपनी के अधिकारी, जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारी तथा यूनियन के बीच बातचीत कर उसका समाधान किया गया। जिसमें निर्णय लिया गया था कि एल एंड टी कंपनी से छंटनी किए गए मजदूर एक सप्ताह में कार्य पर रखे जाएंगे। बोर्ड पर अंकित दर के अनुसार मजदूरी का भुगतान समय पर होगा। स्थानीय मजदूरों को काम मिलेगा और असंगठित मजदूरों को सभी सुविधाएं मिलेगी। लेकिन अब प्रबंधन और कार्यकारी कंपनी वादे से मुकर गई है। यह धोखा है और धोखा के खिलाफ फिर से सभी मजदूर एकजुट होकर हड़ताल पर बैठ गए हैं। हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र-hindusthansamachar.in

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