अगर नदी नहीं हो तो पृथ्वी से जल विलुप्त हो जाएगा, रक्षा जरूरीः पंकज श्वेताभ
अगर नदी नहीं हो तो पृथ्वी से जल विलुप्त हो जाएगा, रक्षा जरूरीः पंकज श्वेताभ

अगर नदी नहीं हो तो पृथ्वी से जल विलुप्त हो जाएगा, रक्षा जरूरीः पंकज श्वेताभ

नदी दिवस के अवसर पर महेंद्रु घाट में गंगा नदी के तट पर जल संवाद का आयोजन पटना, 27 सितंबर (हि.स.)। राजधान पटना में महेंद्रु घाट में गंगा नदी के तट पर एक्शन एंड एसोसिएशन, संगठित क्षेत्र कामगार संगठन, बिहार विकलांग अधिकार मंच, भोजन का अधिकार अभियान औऱ बिहार घरेलू कामगार संघ ने संयुक्त रूप से नदी दिवस के अवसर पर रविवार को जल संवाद का आयोजन किया। इस मौके पर एक्शन एंड संस्था के पंकज श्वेताभ ने बताया कि 2005 से प्रत्येक वर्ष के सितंबर के आखिरी रविवार को विश्व नदी दिवस का आयोजन नदियों के अस्तित्व की रक्षा के लिए आयोजित की जाती है। नदी पृथ्वी की जीवन रेखा और उनकी जीवनशैली को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है। अगर नदी नहीं हो तो पृथ्वी से जल विलुप्त हो जाएगा। साथ ही सारे जीव-जंतु का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। इसलिए नदियों की रक्षा जरूरी है। समाजसेवी रंजीव कुमार ने कहा कि मानव आधुनिक विकास को लेकर प्राकृतिक संसाधनों का दुरुपयोग तथा प्राकृतिक धरोहरों के साथ छेड़छाड़ मनमाने ढंग से कर रहे हैं, जिसके कारण नदियों की स्थिति आज खतरे में है। बिहार घरेलू कामगार संघ की सिस्टर लिमा रोज ने कहा कि नदी को बचाना हमारे जीवन की आज बहुत ही जरूरी है। मानव जीवन का नदियों से जुड़कर विकास होता है। नदी नहीं होगी तो मानव का विकास नहीं हो पाएगा। संपूर्ण मानव का विकास के लिए नदियों का होना आवश्यक है और नदियों को कई तरह से साफ सफाई कर सुरक्षित रखा जा सकता है। बिहार विकलांग अधिकार मंच के राज्य सचिव राकेश कुमार ने कहा कि नदियां मानव सभ्यता के विकास की जननी है। हम सब मिलकर समाज और सरकार को नदियों की सुरक्षा के लिए संवेदनशील बनाएं। असंगठित क्षेत्र कामगार संगठन के महासचिव अजय कुमार ने कहा कि हम सभी मानव अपने सुख सुविधाओं के लिए नदी और प्राकृतिक संसाधनों का दोहन कर रहे हैं। इससे नदियां सूख रही हैं और नदियां विलुप्त भी हो रही है। नदियों से जुड़े श्रमिकों की अनदेखी की जा रही है। इनके अधिकार को सुनिश्चित कराना अति आवश्यक है। असंगठित क्षेत्र कामगार संगठन के राज्य विजयकांत सिन्हा ने कहा कि आज नदी दिवस के अवसर पर हम सभी संकल्प लेते हैं कि नदियों की सुरक्षा और पर्यावरण की रक्षा के लिए समाज को जागरूक करेंगे। साथ ही साथ सरकार की जिम्मेदारी को सुनिश्चित कराएंगे। इस मौके पर अभिषेक कुमार, सुनील कुमार बसु, आनंद आशीष, मनोज कुमार, रतन आर्य, रित्विज कुमार, राजेश पांडे ने अपने विचार रखे। हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/विभाकर-hindusthansamachar.in

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