यमराज बन गए हैं सुशील मोदी और नीतीश कुमारः डॉ सुरेश पासवान
यमराज बन गए हैं सुशील मोदी और नीतीश कुमारः डॉ सुरेश पासवान

यमराज बन गए हैं सुशील मोदी और नीतीश कुमारः डॉ सुरेश पासवान

पटना, 25 जुलाई (हि.स.)। बिहार सरकार के पूर्व मंत्री एवं राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ सुरेश पासवान ने कहा है कि बिहार में कोरोना महामारी बाढ़ की तरह अपना रौद्र रूप दिखाने लगी है। प्रति दिन मरीजों की संख्या बेतहाशा बढ़ रही है। उन्होंने शनिवार को राज्य सरकार पर जोरदार हमला किया और कहा कि बिहार सरकार ने केंद्रीय टीम के सुझावों को रद्दी की टोकरी में डाल दिया। नीतीश कुमार और सुशील मोदी यमराज बन कर लाशों के ढेर पर चुनाव कराने पर अमादा हैंं, जो लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। मैंने अपने राजनीतिक जीवन में इस तरह की असंवेदनशीलता कभी नहीं देखी थी। बिहार के लोग एक तरफ बाढ़ तो दूसरे तरफ़ कोरोना से बचाव के लिए सरकार से जान की भीख मांग रहे हैं और सरकार कह रही है कि मैं अभी वर्चुअल चुनावी रैली में व्यस्त हूं। उन्होंने कहा कि लोग कोरोना से संक्रमित होकर इलाज के लिए दर -दर की ठोकरें खा रहे हैं और अस्पताल प्रशासन कह रहा है कि मैं तो लाचार हूं क्योंकि मेरे पास पास जरूरी संसाधन नहीं है। उन्होंने कहा कि आज बिहार के स्वास्थ्य महकमे की हालत बद से बद्तर है और अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए बिहार सरकार कभी स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को हटाती है तो कभी एन एम सी एच के अधीक्षक को हटाकर अपनी पीठ थपथपाती है जबकि कोविड अस्पतालों में कई दिनों तक कोरोना से मरे व्यक्ति की लाश तक उठाने वाला कोई नहीं रहता है,परिजन लाश के अंतिम संस्कार के लिए बिलबिलाते रहते हैं ।लेकिन इस सरकार की अंतरात्मा मर चुकी है । उन्होंने कहा कि चार महीने से ज्यादा दिनों से विहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी अपने -अपने आलीशान बंगले में सो रहे हैं,एक बार भी पटना के कोविड अस्पतालों में जाकर देखा तक नहीं कि किन हालात में अस्पताल प्रशासन कार्य कर रहा है। डॉ .पासवान ने कहा है कि स्वास्थ्य मंत्री जी बड़ी हिम्मत करके सिर्फ पटना के दो अस्पतालों में पीपीई किट पहन कर फोटो खिंचवाने से काम नहीं चलने वाला है। अगर थोड़ा भी बिहार के लोगों के प्रति दर्द है तो सरकारी अस्पतालों में संसाधनों को बढ़ाने का काम करना चाहिए ताकि राज्य के लोगों को कुछ राहत मिल सके। हिन्दुस्थान समाचार/मुरली/विभाकर-hindusthansamachar.in

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