वीर कुंवर सिंह विवि आरा के पार्ट थ्री के रिजल्ट में त्रुटियों को सुधारने को ले विवि ने शुरू किया कार्य

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आरा, 07 मई (हि.स.)। वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय आरा में स्नातक खण्ड तीन के आर्ट्स और साइंस प्रतिष्ठा विषयों के रिजल्ट घोषित कर दिये गये हैं जिसे विवि की वेबसाइट पर देखने को ले छात्र छात्राओं में काफी उत्सुकता देखी जा रही है। जिन छात्रों ने नियमित छात्र के रूप में स्नातक खण्ड तीन प्रतिष्ठा विषयों की परीक्षा दी है उनके रिजल्ट तो विवि की वेबसाइट पर उपलब्ध कराए गए हैं किंतु जिन छात्रों ने पार्ट वन और पार्ट टू की परीक्षा में प्रमोटेड क्लीयर करने के लिए परीक्षा दी थी और पार्ट थ्री की परीक्षा में सम्मिलित हुए ऐसे छात्रो के रिजल्ट पेंडिंग कर दिये गये हैं। ऐसे छात्रों को संख्या में अधिक है। अब ऐसे छात्रों को पार्ट वन और पार्ट टू के अंक पत्रों को विवि को उपलब्ध कराना होगा जिसे कम्प्यूटर में चढ़ाने के बाद ही पार्ट थ्री के रिजल्ट सही किये जा सकेंगे। बता दें कि इस बार भी सैकड़ों विद्यार्थियों का स्नातक पार्ट थ्री सत्र 2017-20 के का रिजल्ट विवि की वेबसाइट पर पर विभिन्न कारणोंं की वजह से पेंडिंग बता रहा है। शुक्रवार को विज्ञान एवं कला संकाय के विद्यार्थी पोर्टल पर रिजल्ट देखने को लेकर भी काफी परेशान दिखे। कला संकाय के विद्यार्थियों ने बताया कि सुबह से कई बार पोर्टल पर रिजल्ट देखने के लिए वे लोग प्रयास कर चुके हैं परंतु रिजल्ट नहीं दिखा रहा है। इधर, परीक्षा देने के बाद भी कई विद्यार्थियों को अनुपस्थित कर दिया गया है। महाराजा कॉलेज के छात्र मोहित ने बताया की उसने इतिहास आनर्स में सभी पेपर की परीक्षा दी थी,लेकिन पांचवें पेपर का अंक नहीं चढ़ाया गया है। अब विवि की गलती का नतीजा यह छात्र भुगत रहे हैं। विवि के परीक्षा विभाग में रिजल्ट प्रकाशन के पूर्व हुई लापरवाही का नतीजा भी विवि के वेबसाइट या पोर्टल पर दिखने लगा है। एक छात्र के आनर्स के चार पेपर में कुल चार सौ अंक की जगह दो सौ लिखा गया है। वहीं कुल दो सौ में उसे 270 अंक दिया गया है। ऐसे परीक्षार्थी ने शुक्रवार को बताया कि रिजल्ट के नाम पर विश्वविद्यालय द्वारा जल्दबाजी में उठाये गए कदम के कारण ऐसी गड़बड़ी सामने आई है। उधर कंप्यूटर सेंटर के प्रभारी अमरेन्द्र नारायण ने बताया कि परीक्षार्थियों द्वारा ओएमआर शीट पर सही तरीके से जानकारी नहीं दिए जाने के कारण उनका रिजल्ट पेंडिंग बता रहा है। कई परीक्षार्थी अपना नाम, रजिस्ट्रेशन नंबर एवं यूनिवर्सिटी रोल नंबर सही तरीके से ओएमआर शीट पर अंकित नहीं किये हैं जिसकी वजह से उनका रिजल्ट पेंडिंग दिखा रहा है। ऐसे विद्यार्थियों का रिजल्ट किस वजह से पेंडिंग है। इसकी सारी जानकारी विश्वविद्यााालय के पोर्टल पर एक लिस्ट बनाकर अपलोड कर दिया गया है, जिसमें यूनिवर्सिटी रोल नंबर, परीक्षार्थी का नाम, रजिस्ट्रेशन नंबर एवं कॉलेज का कोड अंकित कर परीक्षार्थी के त्रुटि के बारे में जानकारी दी गई है। कम्प्यूटर प्रभारी ने बताया कि जिन विद्यार्थियों केे द्वारा परीक्षा के दौरान ओएमआर शीट पर सही तरीके से जानकारी अंकित की गई है उनके रिजल्ट में कोई परेशनी नहीं आयी है। कंप्यूटर प्रभारी ने बताया कि स्नातक सत्र 2017-20 के कुछ छात्र- छात्राओं का प्राप्तांक और अंकपत्र जारी नहीं किया जा सका है क्योकि प्राथमिक जांच में ये पाया गया है कि उनके उपलब्ध स्नातक पार्ट वन और पार्ट टू के प्राप्तांकों में कुछ त्रुटियां है।इन त्रुटियों का सारा विवरण विश्वविद्यालय के पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि जिन परीक्षार्थियों का नाम विश्वविद्यालय के पोर्टल पर उपलब्ध सूची में है या फिर उन्हें लगता हो कि उनका परीक्षाफल प्रकाशित होने में कोई समस्या रह गई है,वह सम्बद्ध विषय के सामने उपलब्ध शिकायत फॉर्म को भरें। इसकी जांच के लिए बनाई गई समिति विद्यार्थियों के फॉर्म में दी गई सूचना और संलग्नक को देख कर अपना निर्णय लेगी। वहीं जिनका रिजल्ट पेंडिंग है उन्हे परेशान होने की जरूरत नहीं है। आवेदन करने और जरूरी कागजात जमा करने पर रिजल्ट में सुधार हो जायेगा। हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र

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