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महिला कॉलेज में 13 हजार छात्राओं के लिए हैं मात्र नौ प्रोफेसर एवं 13 अतिथि शिक्षक :अभाविप

बेगूसराय, 16 मार्च (हि.स.)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बेगूसराय इकाई द्वारा चलाये जा रहे महाविद्यालय सर्वेक्षण के दौरान मंगलवार को प्रतिनिधिमंडल श्रीकृष्ण महिला कॉलेज पहुंची। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य अजीत चौधरी ने किया। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय डिग्री बांटने की चलती फिरती दुकान बन चुकी है। शैक्षिणक व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए विद्यार्थी परिषद जिले के सभी महाविद्यालय का सर्वेक्षण कर आंदोलन की रणनीति बना रही है। सर्वेक्षण से पता चला की महिला कॉलेज में स्नातक में 11 हजार छात्रा एवं इंटर दो हजार छात्रा हैं। लेकिन उसको पढ़ाने के लिए मात्र नौ प्रोफेसर एवं 13 गेस्ट शिक्षक हैं। केमेस्ट्री एवं बॉटनी में एक भी प्रोफेसर नहीं होने के बाबजूद सिर्फ डिग्री वितरण का कार्य हो रहा है। प्रदेश कार्यकारणी सदस्य सोनू सरकार ने कहा कि महाविद्यालय में लाइब्रेरी है लाइब्रेरियन नहीं, खेल सामग्री है पर खेल शिक्षक नहीं हैं। छात्राओं से मूलभूत सुविधाओं के लिए रुपये लिए जाते हैं, लेकिन सुविधा नगण्य रहती है। महाविद्यालय में मात्र दो चापाकल हैं और शैक्षिणक परिभ्रमण भी नहीं होता है। नगर मंत्री पुरुषोत्तम कुमार ने कहा कि 17 मार्च को जीडी कॉलेज एवं 18 मार्च को को-ऑपरेटिव कॉलेज में सर्वेक्षण किया जाएगा। विद्यार्थी परिषद पूरे वर्ष छात्र हितों में संघर्ष करती है। छात्र छात्रा कॉलेज कैसे आएं इसके लिए जागरुकता अभियान भी चलाया जायेगा। स्वाध्याय मंडल के जिला संयोजक दिव्यम राज एवं हिमांशु कुमार ने कहा कि विद्यार्थी परिषद के प्रतिनिधि मंडल ने कॉलेज के गेट पर खड़ी छात्रा सोनल प्रिया तथा स्वेत निशा से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि महाविद्यालय में इंटर परीक्षा, मैट्रिक परीक्षा, मैट्रिक परीक्षा का मूल्यांकन, स्नातक की परीक्षा चलती रहती है। बाकी बचे समय में एडमिशन चलता रहता है, जिससे हमारी पढ़ाई बाधित होती है। इंटर एवं मैट्रिक की परीक्षा महाविद्यालय में नहीं हो, परीक्षा संचालन के लिए प्रत्येक जिले में बृहत परीक्षा भवन का निर्माण किया जाय। हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र

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