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अपराध और उन्माद की राजनीति के खिलाफ सशक्त अभियान चलाया जाएगा :धीरेंद्र झा

दरभंगा,12अप्रैल (हि.स.)। दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, सहरसा, सुपौल, मधेपुरा आदि जिलों का दौरा के बाद सोमवार को यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए भाकपा माले पोलित ब्यूरो के सदस्य धीरेन्द्र झा ने कहा कि कोरोना काल में तबाह अर्थव्यवस्था की सबसे ज्यादा मार मिथिलांचल की अर्थव्यवस्था पर पड़ी है। बाहरी कमाई पर चलने वाली ग्रामीण अर्थव्यवस्था की कमर टूट गयी है और रोज़ी-रोटी का बड़ा संकट पैदा हो गया है।इस संकट का समाधान करने के बदले नीतीश कुमार की सरकार मिथिलांचल में अपराध, अपराधियों और लुटेरों को संरक्षण देने में लगी है। मधुबनी जनसंहार इसी का नतीजा है। धीरेंद्र झा ने कहा कि योजनाओं में लूट मची है और शराब के अवैध कारोबार का तंत्र गांव गांव तक पसर गया है। पुलिस, शराब माफिया और नेताओं का सिंडिकेट चल रहा है जो नौजवानों को इस अपराध का हिस्सा बनाकर समाज में अपराधीकरण का विष घोल रहा है। सम्पूर्ण समाज को एकताबद्ध होकर इससे लड़ना होगा, तभी समाज के साथ साथ मिथिलांचल की संस्कृति बचेगी। उन्होंने कहा कि मधुबनी जनसंहार जैसा घृणित अपराध मिथिलांचल में कभी नही हुआ था लेकिन पूरा तंत्र लीपापोती में लगा हुआ है। पीड़ित परिवार के आग्रह के बावजूद बेनीपट्टी और बिस्फी के विधायकों को जांच के दायरे से बाहर रखा जा रहा है।अपराधियों के साथ नेताओं और नेताओं के साथ पुलिस की बातचीत का कॉल डिटेल्स सार्वजनिक करने से सरकार भाग रही है। भाजपा के अपराध और उन्माद की राजनीति के खिलाफ भाकपा माले पूरे मिथिलांचल में सशक्त अभियान चलाएगी। दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के मान्यता को रद्द करने पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि मोदी सरकार सभी सरकारी शिक्षा संस्थानों को बंद कर निजी शिक्षा को बढ़ावा देना चाहती है। दुर्भाग्यपूर्ण है कि मिथिला विवि अंतर्गत लगभग आधा दर्जन से अधिक सांसद व कई दर्जन विधायक है। लेकिन मान्यता को लेकर गंभीर नही है। इसको लेकर मिथिलांनचल में छात्र युवा आंदोलन को तेज करेगा। जिला सचिव बैद्यनाथ यादव ने कहा कि बढ़ती मंहगाई और खाद-डीजल-कीटनाशक के बढ़ते दामों से किसान परेशान हैं और सरकार किसान विरोधी कानून समेत तमाम तरह के कदम उठा रही है। गेहूं खरीद को कोटा और निबंधन में कैद किया जा रहा है। 60 फीसदी जिस राज्य में खेती बटाई पर हो रही है, उस सरकार को बटाईदारों का नाम लेने में डर लग रहा है। उन्होंने तमाम किसानों-बटाईदारों से गेहूं,दाल,मक्का और सरसों की सरकारी खरीद की व्यवस्था करने की मांग की है।साथ ही आगामी 22 अप्रैल को पार्टी स्थापना दिवस पर सभी प्रखण्डों में कन्वेंशन आयोजित किए जाने संबंधी जानकारी उन्होंने दी। हिन्दुस्थान समाचार/मनोज

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