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चंद्रशेखर आजाद के प्रासंगिकता को लेकर सेमिनार

गया, 27 फरवरी (हि.स.)। गया शहर के स्थानीय चौक स्थित इंदिरा गांधी प्रतिमा स्थल प्रांगण,कांग्रेस सेवादल बोर्ड कार्यालय में महान क्रांतिवीर चंद्रशेखर आजाद के प्रासंगिकता को लेकर शनिवार को सेमीनार का आयोजन किया गया।सेमिनार की शुरुआत चंद्रशेखर आजाद के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। सेमिनार को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम के महान योद्धा चंद्रशेखर आजाद के नाम से अंग्रेजी हुकूमत की हाड़ कंपाती थी। चंद्रशेखर आजाद एक बेहतर विचारक भी थे। खास कर यह विचार की हम उस धर्म को मानते हैं जो स्वतंत्रता, समानता,एवम् भाईचारा सिखाता है। आज के परिवेश में पूरी तरह प्रसांगिक है। आज सत्ता में बैठे लोग धर्म को स्वतंत्रता के बदले संकीर्णता, समानता के बदले असमानता,भाईचारा के बदले अलगाववाद की धारा चलाने में मशगूल है। धर्म को राजनीति एवम् वोट का हथियार बनाकर लोगो के बीच कटुता पैदा कर फूट डालो-राज करो की नीति अपनाने को आमदा है।जिसे चंद्रशेखर आजाद के पदचिन्हों पर चल कर उनके विचारों को आत्मसाथ कर समाप्त किया जा सकता है। हिन्दुस्थान समाचार/पंकज/चंदा

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