सहरसा : कोसी तटबंध के भीतर की आबादी बाढ़ से अस्त -व्यस्त
सहरसा : कोसी तटबंध के भीतर की आबादी बाढ़ से अस्त -व्यस्त

सहरसा : कोसी तटबंध के भीतर की आबादी बाढ़ से अस्त -व्यस्त

सहरसा,24 जुलाई(हि.स.)। कोसी क्षेत्र में बाढ़ के कारण लोग परेशान हैं.कोसी तटबंध के भीतर सिमरी बख़्तियारपुर प्रखंड की चार पंचायतें कठडूमर,आगर,धनपुरा व घोघसम के निवासियों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।किसानों के हज़ारों एकड़ में लगी फसल डूबकर बर्वाद हो गई है। बाढ़ के कारण लोगों में त्राहि मची हुई है।उक्त पंचायतों के देहाती हाट-बाजार पानी से भर गया है।जिस कारण लोगों के आवागमन ठप पड़ने से आवश्यक सामानों की खरीददारी नही हो पा रही है।उक्त पंचायतों के निचले इलाके के घरों में पानी भर गया है।जिस काऱण लोगों को समय गुजारना मुश्किल हो गया है।तटबंध के भीतर के अधिकांश स्कूल व कनरिया ओपी परिसर पानी से भर गया है। जिस कारण पुलिसकर्मियों को भारी कठिनाइयों के दौर से गुजरना पड़ रहा है।बाढ़ पीड़ितों को एक घर से दूसरे घर व एक टोले से दूसरे टोले जाना टेढ़ी खीर है।फरकिया क्षेत्र के कठडूमर पंचायत के दह गांव का हाट-बाजार पानी से लबालब हो गया है। आवश्यक सामानों की खरीददारी के लिए लोग निजी नाव का सहारा लेते हैं.जिसे निजी नाव की व्यवस्था नही है। वे जान जोखिम में डाल पानी मे तैरकर खरीददारी करने को मजबूर हैं। प्रशासन द्वारा नाव की कोई व्यवस्था नही है।फरकिया क्षेत्र के बाढ़ पीड़ित अपने रहमोकरम पर जीवन गुजारने को मजबूर हैं।उक्त चारों पंचायतों में कठडूमर के आगर, दह, खर्रा मुसहरी, बेलबाड़ा पंचायत के कनरिया,फरेबा,धनपुरा पंचायत के सिमरटोका, रामनगर, कबैया,भुरकाघाट,रामपुर,सहारम मुसहरी, नवटोलिया कोलबाड़ी, नमूनाटोल आदि गांव बाढ़ से ज्यादा प्रभावित हैं। सभी बाढ़पीडित त्राहि त्राहि में जीवन गुजार रहे हैं।बाढ़ के कारण मवेशियों के चारा की भारी समस्याएं है.।अधिकांश पशुपालक पशु को लेकर ऊंचे स्थानों एवं कोसी तटबंध पर समय गुजारने को मजबूर हैं। हिन्दुस्थान समाचार/अजय-hindusthansamachar.in

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