प्रख्यात डॉक्टर प्रभात कुमार का निधन, सीएम ने जताई संवेदना
पटना, 18 मई (हि.स.)। बिहार के प्रख्यात हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर प्रभात कुमार का आज हैदराबाद में एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। उनके निधन पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। सीएम नीतीश कुमार ने अपनी संवेदना में कहा कि डॉक्टर प्रभात कुमार के निधन से बिहार ने अपने एक सच्चा सपूत को खो दिया। एक अच्छे डॉक्टर के साथ-साथ अच्छे इंसान भी थे। वह एक कुशल कर्मठ योग्य और जनता की सेवा करने के लिए हरदम तत्पर रहने वाले इंसान थे।बिहार ने आज अपना एक अमूल्य सपूत को खो दिया।उनके निधन की भरपाई चिकित्सा जगत के साथ-साथ राज्य में नहीं की जा सकती। उल्लेखनीय है कि कोरोना के संक्रमण के बाद डॉ प्रभात कुमार के लंग्स ने काम करना बंद कर दिया था। उनका इलाज लगातार जारी था लेकिन आज उनकी मौत हो गयी। डॉ प्रभात के परिजनों ने उनके निधन की पुष्टि की है। वे लगभग एक महीने पहले कोरोना से संक्रमित हो गये थे। आठ दिन पहले उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गयी थी।इसके बाद उन्हें एयर एंबुलेंस से हैदराबाद के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया था।हैदराबाद के अस्पताल में इलाज के बाद उनकी तबीयत थोड़ी सुधरी थी।लेकिन लंग्स में इंफेक्शन काफी ज्यादा था।लिहाजा दो-तीन बाद ही तबीयत फिर से बिगड़ने लगी। पिछले 24 साल से प्रैक्टिस कर रहे डॉ प्रभात ने 1997 में दिल्ली राम मनोहर लोहिया अस्पताल से नौकरी की शुरूआत की थी।कुछ दिनों तक नौकरी करने के बाद वे पटना आ गये थे और यहीं प्रैक्टिस शुरू कर थी।कुछ दिनों में वे पटना के सबसे प्रमुख हृदय रोग विशेषज्ञ बन गये। डॉ प्रभात ने बिहार में एंजियोप्लास्टी की शुरूआत की थी।उससे पहले एंजियोप्लास्टी के लिए बिहार के लोगों को दिल्ली या दूसरे बड़े महानगरों में जाना पडता था।. डॉ प्रभात ने पटना के हार्ट अस्पताल में इसकी शुरूआत की।बाद में पटना के राजेंद्र नगर में हृदय रोग के अस्पताल मेडिका हार्ट इंस्टीट्यूट को स्थापित करने में भी डॉ प्रभात की बड़ी भूमिका रही। हिन्दुस्थान समाचार/गोविन्द