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आरा नगर निगम में करोड़ो के खरीदे चलंत शौचालय भ्रष्टाचार की खोल रहे हैं पोल

आरा,24 फरवरी (हि.स.)।भोजपुर जिले के आरा नगर निगम में विकास के नाम पर खरीददारी में भारी लूट खशोट जारी है।आरा नगर की साफ सफाई के लिए खरीदी जाने वाली गाड़ियों से लेकर सफाईकर्मियों की की तैनाती तक मे नगर निगम प्रशासन लूट मचाकर रख दिया है।कचरा के उठाव से लेकर कचरा फेंकने तक मे नगर निगम ने नगर को गन्दगी और जहरीली हवाओ के बीच धकेल दिया है। आरा नगर निगम में विकास के नाम पर चल रहे गोरखधंधे को देखकर शहरवासी भी शर्मा जाते हैं। भोजपुर के जनप्रतिनिधि,नगर पर्षद,अधिकारी सबके सब नगर निगम की लूट को अपनी आंखों से देखने के बावजूद बोलने और कार्रवाई करने से परहेज कर रहे हैं। भारत सरकार के स्वच्छ भारत अभियान,नमामि गंगे और बिहार सरकार की लोहिया स्वच्छ मिशन के अंतर्गत आरा शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने,शहर को साफ सुथरा कर स्वच्छ बनाने और नगर को चकाचक करने के उद्देश्य से आरा नगर निगम द्वारा 20 चलंत शौचालय की खरीददारी की गई थी।नगर निगम की लूट पाट की नीति के कारण आज इन चलंत शौचालयों का लाभ आम आदमी और नगरवासियों को नही मिल रहा है। इन शौचालयों की खरीददारी के बाद अधिकारियों और नगर निगम के जनप्रतिनिधियों का स्वार्थ पूरा हो गया और इसके संचालन,रखरखाव से उन्हें कोई लेना देना अब नही रह गया है। सरकार ने घनी आबादी के क्षेत्र बाजार, बस अड्डे,सब्जी मंडी,चौक चौराहों पर इन चलंत शौचालयों को लगाने का निर्णय लिया था और इसके तहत आरा नगर निगम में 20 चलंत शौचालय खरीदे गए थे।सरकार का मकसद था कि ऐसे सार्वजनिक स्थलों पर शौचालय नही होने से इन स्थलों पर लोगो को शहर में किसी तरह की परेशानी नही हो सके और नगरवासियों को इस चलंत शौचालय का लाभ मिल सके। सरकार ने इस उद्देश्य के साथ भी चलंत शौचालय खरीदने के नगर निगम को पैसे दिए जिसके तहत रिक्शा चालक,ठेला चालक सहित आरा नगर के बाहर से शहर में बाजार करने आये लोगों को शौचालय की जरूरत पूरी हो जाय। आरा नगर निगम ने सरकार और लोगो की मंशा पर एकसाथ पानी फेर दिया है। आरा नगर निगम ने 65 लाख प्रति चलंत शौचालय के हिसाब से कुल 20 चलंत शौचालय खरीदे थे। करोड़ो रूपये की लागत से खरीदे गए चलंत शौचालय का लाभ नगर के लोगो को नही मिल रहा है। स्थिति यह है कि करोड़ो की लागत से खरीदे गए ऐसे चलंत शौचालय नगर निगम की भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है।चलंत शौचालय की खरीद में कमीशन के रुपये जिनको मिलना था वह तो मिल गया लेकिन इस बात को अधिकारी और नगर निगम के जनप्रतिनिधि भुल गए कि इसका लाभ लोगो को मिल रहा है या नही मिल रहा है। ये चलंत शौचालय सडको के किनारे, रमना मैदान,कूड़े कचरे के ढेर पर खड़े मिल जाएंगे।चलंत शौचालयों के टायर पंक्चर हैं,टायर फट गए हैं और नगर निगम में व्याप्त लूट खशोट और भ्रष्टाचार की तस्वीर ये चलंत शौचालय सहज ही प्रस्तुत कर रहे हैं। इन चलंत शौचालय पर पानी की टंकी है लेकिन उसमें पानी नही है।सर्फ और साबुन नही है।कोई कर्मी नही है।बेसिन टूटा हुआ है।दरवाजे और खिड़कियां जर्जर है। कागज पर आरा नगर निगम में 20 चलंत शौचालय सरकार की फाइलों की शोभा बढ़ा रहे हैं। सचाई इससे अलग है।कागज पर इन चलंत शौचालयों के लिए कर्मी नियुक्त हैं उनका भुगतान भी हो रहा है और लाखों रुपये का घोटाले अशिकारियो की मिलीभगत से हो रहा है। आरा के रमना मैदान,मिशन स्कूल,बीबीजान के हाता, नगर निगम के आसपास,रमना मैदान सहित अन्य जगहों पर खड़े किए गए चलंत शौचालय नगर निगम की लूट खशोट की पोल खोल रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि आरा नगर निगम में सफाई कर्मियों की संख्या कागज पर कुछ और है उनका कागज पर भुगतान भी वैसे ही होता है किंतु धरातल पर कार्यरत सफाई कर्मियों की संख्या में भारी अंतर है।कागज पर सफाईकर्मियों की अधिक संख्या दिखाकर पैसे की अवैध निकासी हो रही है। फिलहाल आरा नगर निगम के अधीन आने वाले आरा शहर में साफ सफाई की केंद्र और राज्य सरकार की सभी योजनाएं लूट की बलि चढ़ कर रह गयी है।नगर की साफ सफाई बदतर स्थिति में पहुंच गई है। हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र

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