बिहार में प्रतिभाओं की राजधानी है पटना कॉलेज : अशोक चौधरी
पटना कॉलेज के 159वें स्थापना दिवस समारोह को सम्बोधित कर रहे थे शिक्षा मंत्री मंत्री ने स्वीकार किया कि बिहार में शिक्षा के स्तर में आयी है गिरावट पटना, 09 जनवरी (हि.स.) । शिक्षा मंत्री डॉ. अशोक चौधरी ने कहा कि पटना कॉलेज बिहार की प्रतिभाओं की राजधानी रहा है। बिहार के विकास में पटना कॉलेज ने बड़ी भूमिका निभाई है। बिहार के शैक्षणिक माहौल को सुधारने के लिए हमें मिलकर प्रयास करना होगा। उन्होंने कहा कि पिछले वर्षों में शिक्षा की स्थिति में गिरावट आई है। इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है। देश का इनरोलमेंट रेट 30 प्रतिशत है, जबकि बिहार का मात्र 13 फीसद। इसे मुख्यमंत्री ने कम से कम 25 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा है। पटना कॉलेज के पूर्व छात्र और शिक्षा मंत्री डॉ. अशोक चौधरी शनिवार को कॉलेज के 159वें स्थापना दिवस समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। कार्यक्रम के दौरान शिक्षा मंत्री भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि मैं इसी कॉलेज में साइकिल से आता था। अब शिक्षामंत्री के तौर पर आया हूं। यहां के शिक्षकों की ही देन है कि मैं इस मुकाम तक पहुंचा हूं। मेरे पिता जी पूर्वमंत्री महावीर चौधरी भी इसी कॉलेज के छात्र थे और जैक्सन छात्रावास में रहते थे। मैं शिक्षामंत्री रहूं या नहीं रहूं, पूर्ववर्ती छात्र के तौर पर कॉलेज के विकास के लिए हमेशा मदद करता रहूंगा। उन्होंने समारोह में सभी शिक्षकों का पैर छूकर आशीर्वाद भी लिया। उन्होंने तीन शिक्षकों, नॉन टीचिंग स्टाफ भोला प्रसाद, ललन प्रसाद व टॉपर छात्र मासूम अली को सम्मानित किया। समारोह की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. गिरीश कुमार चौधरी ने कहा कि पटना विश्वविद्यालय की गरिमा को वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास में लगा हूं। विश्वविद्यालय और कॉलेज के बेहतर ग्रेड के लिए सभी शिक्षकों को शोध कार्यों में जुटना होगा। आईटी सेल का गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि जब आरसीपी सिंह छात्र रहे थे, तब 54 में 53 छात्रों का चयन आईएएस के लिए हुआ था। उन्होंने बताया कि केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के प्रयास से पटना विश्वविद्यालय के सभी कॉलेजों को नेटवर्किंग से जोड़ने के लिए आठ करोड़ की स्वीकृत मिली है। इसका काम जल्द शुरू होगा। हिन्दुस्थान समाचार/राजीव रंजन/चंदा-hindusthansamachar.in