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आरा में विवि की नूतन परिसर की भूमि पर मेडिकल कॉलेज के निर्माण का विरोध जारी

आरा,21 फरवरी (हि. स)।वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय आरा के नूतन परिसर की 25 एकड़ भूमि को मेडिकल कॉलेज के लिए सरकार की ओर से हस्तांतरित किये जाने को लेकर अब कुलपति प्रो. देवी प्रसाद तिवारी ने केंद्रीय स्वाथ्य और परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्वनी चौबे से हस्तक्षेप करने की मांग की है। कुलपति ने केंद्रीय राज्यमंत्री से कहा है कि 25 एकड़ भूमि हाथ से निकल जाने के बाद विवि की मान्यता खतरे में पड़ जाएगी और यूजीसी से 12 बी की मान्यता भी छीन जाएगी। उन्होंने केंद्रीय राज्यमंत्री से विवि की भूमि दो टुकड़ों में पांच किलोमीटर के भीतर ही होने पर मान्यता बहाल रहने की बात बताई है। अभी जो नूतन परिसर की भूमि के बदले कोइलवर में भूमि दी गई है उसकी दूरी विवि मुख्यालय से ग्यारह किलोमीटर की दूरी पर है। मेडिकल कॉलेज के लिए जो भूमि सरकार ने विवि के नूतन परिसर से ली है उसके एवज में कोइलवर में सरकार ने 25 एकड़ भूमि विवि को हस्तांतरित की है। कुलपति की मांग पर केंद्रीय राज्य मंत्री चौबे ने आरा के सांसद और केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह से मोबाइल पर बात करके भूमि हस्तांतरण से यूजीसी मान्यता छिनने सम्बन्धी खतरों से उन्हें अवगत कराया है। कुलपति ने आर के सिंह और अश्वनी चौबे के बीच हुए बातचीत का हवाला देते हुए बताया कि जापानी फार्म की भूमि को मेडिकल कॉलेज निर्माण के लिए दिये जाने की बात पर सहमति बनाने के प्रयास होंगे। इस बीच विवि प्रशासन ने विवि के नूतन परिसर की भूमि मेडिकल कॉलेज को नही देने के लिए उच्च न्यायालय का भी दरवाजा खटखटाया है। विवि के कुलानुशासक ने भी इस बात को स्वीकार किया है कि मामला उच्च न्यायालय तक पहुंच गया है। उधर उदवंत नगर की सीओ पूनम सिन्हा से विवि प्रशासन ने 25 एकड़ भूमि के दाखिल खारिज वाले कागजातों की प्रति की मांग की है किंतु फिलहाल सीओ ने दाखिल खारिज से संबधित कागजात देने से इनकार कर दिया है। सीओ ने कहा है कि कागजात तैयार करने में फिलहाल 15 दिनों का समय लगेगा।सभी कागजात अभी जिला भूअर्जन कार्यालय के पास है। सीओ ने कहा कि नूतन परिसर की भूमि शिक्षा विभाग की है।भूमि की रजिस्ट्री के पहले शिक्षा विभाग ने अनापत्ति प्रमाण पत्र सौंप दिया है। हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र/चंदा

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