ntpc-barauni-to-start-360-mw-soon
ntpc-barauni-to-start-360-mw-soon

एनटीपीसी बरौनी में जल्द शुरू होगा 360 मेगावाट और उत्पादन

बेगूसराय, 01 अप्रैल (हि.स.)। बंद हो चुके बरौनी थर्मल पावर स्टेशन को नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन (एनटीपीसी) लगातार नई ऊंचाई दे रहा है। बरौनी थर्मल के बंद पुराने यूनिट नंबर-सात से 110 मेगावाट तथा नए प्लांट के यूनिट नंबर-आठ से 250 मेगावाट बिजली उत्पादन हो रहा है। जल्द ही एक पुराने यूनिट एवं नए यूनिट से 360 मेगावाट बिजली उत्पादन का कार्य शुरू हो जाएगा। यह जानकारी एनटीपीसी बरौनी के परियोजना प्रमुख आर.के. राउत ने सेवा भवन में आयोजित संचार वार्ता में गुरुवार को दी। परियोजना प्रमुख ने बताया कि 15 दिसम्बर 2018 को बीएसपीजीसीएल द्वारा बरौनी थर्मल पावर स्टेशन, एनटीपीसी लिमिटिड को स्थानांतरित किया था। वर्तमान में इसकी कुल बिजली उत्पादन क्षमता 720 मेगावाट है तथा उत्पादित की जाने वाली बिजली सिर्फ और सिर्फ बिहार राज्य को दी जाती है। अभी बरौनी एनटीपीसी के यूनिट नंबर सात और आठ से 360 मेगावाट विद्युत उत्पादन किया जा रहा है। जल्द ही यूनिट नंबर छह और नौ से भी विद्युत उत्पादन शुरू हो जाने का लक्ष्य रखा गया है, अगर सब कुछ ठीक रहा तो अगले माह से सभी चारों यूनिट से 720 मेगावाट विद्युत उत्पादन होना शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि एनटीपीसी में सभी श्रमिकों और कर्मचारियों को सुरक्षा प्रदान करने के साथ उन्हें सुरक्षा के सभी मापदंडों का पालन कराने के लिए समय-समय पर प्रशिक्षण तथा दिशा-निर्देश दिये जाते है। पिछले दिनों एनटीपीसी बरौनी द्वारा संविदा कर्मियों को राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के अंतर्गत 637 संविदा कर्मियों को सुरक्षा प्रमाणीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित किया गया। महिलाओं को स्वलंबी बनाने के लिए मैत्री महिला समाज एनटीपीसी द्वारा सामुदायिक विकास योजनांतर्गत ग्रामीण महिलाओं के कौशल विकास के लिए सिलाई प्रशिक्षण तथा ब्यूटीसियन प्रशिक्षण का कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है, जिसमें आसपास के दस महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।उल्लेखनीय है कि बरौनी थर्मल को चलाने के लिए बिहार सरकार एवं एनटीपीसी के बीच समझौता होने के बाद से एनटीपीसी के अधिकारियों-कर्मचारियों के द्वारा लगातार कड़ी मशक्कत कर नए कृतिमान रच जा रहे हैं। एनटीपीसी ने बंद हो चुके दो पुराने यूनिट का पुनरुद्धार करने के साथ-साथ दो नए यूनिट का भी निर्माण पूरा कर लिया है। बरौनी एनटीपीसी आने वाले समय में एक से लेकर सातवीं यूनिट तक के जगह पर पांच सौ या आठ सौ मेगावाट क्षमता वाली दो नए यूनिट को लगाने की तैयारी कर रही है। छठी एवं सातवीं यूनिट के पुराने हो जाने के साथ-साथ महज 110-110 मेगावाट क्षमता रहने के कारण बिजली उत्पादन में लागत अधिक लगता है। इसके मद्देनजर एनटीपीसी यहां सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन करने वाली यूनिट लगाने पर विचार कर रही है। प्रदूषण विभाग के कड़े नियम के कारण अब कोयला से बिजली उत्पादन करने वाले नए यूनिट का निर्माण मुश्किल होने लगा है। सौर ऊर्जा से विद्युत उत्पादन के लिए यूनिट लगाए जाने के बाद दिन में धूप के समय बिजली तैयार होगी और रात के लिए बैट्री के जरिए बिजली को स्टॉक कर रखा जाएगा। हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र/चंदा

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in