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नेताजी ने साम्राज्यवादी लिप्सा का सामरिक बुद्धिमता से किया था प्रतिवाद :विद्यार्थी परिषद

बेगूसराय, 23 जनवरी (हि.स.)। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती के अवसर पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बेगूसराय इकाई द्वारा जीडी कॉलेज में सेमिनार तथा को-ऑपरेटिव कॉलेज में पुष्पांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जीडी कॉलेज में आयोजित सेमिनार के मौके पर प्राचार्य डॉ. राम अवधेश सिंह, इतिहास विभागाध्यक्ष राम अकबाल सिंह, हिंदी विभाग के डॉ. अभिषेक कुंदन एवं राजा जीत तथा विद्यार्थी परिषद के पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अजीत चौधरी ने सुभाष चंद्र बोस के तैल चित्र पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम की शुरुआत किया। प्राचार्य डॉ. राम अवधेश सिंह ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस आधुनिक भारतीय राष्ट्रवाद की रीढ़ हैं। इनके चलाए गए आंदोलन के सहारे लाखों युवा भारत की स्वतंत्रता के लिए जान न्योछावर करने को आतुर हो गए थे। पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अजित चौधरी ने कहा कि आज यदि भारत मजबूत विदेश नीति का परिचय दे रहा है तो इसमें सुभाष चंद्र बोस के विचारों का बहुत बड़ा योगदान है। सुभाष चंद्र बोस का वैचारिक दर्शन तत्कालीन राष्ट्रों के बीच एक चिंतनीय विषय था। प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सोनू सरकार एवं नगर मंत्री पुरुषोत्तम कुमार ने कहा कि अंग्रेज जिस तीक्ष्ण साम्राज्यवादी दृष्टि से भारत के प्रत्येक वर्ग को अपने साम्राज्यवादी लिप्सा का शिकार बना रहे थे, उसी के प्रतिवाद स्वरूप सुभाष चंद्र बोस ने अपने सामरिक बुद्धिमत्ता का परिचय दिया और कहा था कि हमारे दुश्मन का दुश्मन हमारा दोस्त है। तत्कालीन साम्राज्यवादी शक्तियों के लिए यह ऐसा विचार था कि जापान, जर्मनी एवं इंग्लैंड जैसे देश सुभाष चंद्र बोस के प्रत्येक क्रियाकलाप को अपनी ताबूत में एक कील समझते थे। प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अजय कुमार और आजाद ने कहा कि आजाद हिंद फौज जिस राष्ट्रभक्ति की भावना के साथ भारत को स्वतंत्र कराने के लिए आंदोलन में कूदा, वह आज के युवाओं के लिए प्रेरणा का विषय है और सभी युवाओं को चाहिए कि उसी प्रेम की भावना के साथ अपने मातृभूमि की सेवा में कार्य करें। जीडी कॉलेज इकाई अध्यक्ष आदित्य राज एवं जिला मीडिया प्रभारी आर्यन सिन्हा ने कहा कि महात्मा गांधी से वैचारिक मतभेद रहते हुए भी कई मौके पर उन्होंने अधिक प्रसिद्धि का प्रदर्शन किया। इसलिए आधुनिक राष्ट्र के राष्ट्राध्यक्षों को चाहिए कि वे सुभाष चंद्र बोस के विचारों को आत्मसात करें। मौके पर कार्यालय मंत्री विवेक, एसएफडी जिला प्रमुख राजदीपक गुप्ता, कॉलेज मंत्री गुलशन भारद्वाज, राहुल कुमार, नितिन कुमार, निधि, प्रियंका, नगमा एवं स्वीटी समेत अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे। हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र-hindusthansamachar.in

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