डीएमसीएच सहित राज दरभंगा के सहयोग से स्थापित संस्थानों में जुड़े दरभंगा महाराज का नाम: डाॅ बैजू
दरभंगा, 28 दिसम्बर (हि.स.)। विद्यापति सेवा संस्थान के महासचिव डॉ बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (डीएमसीएच) सहित शिक्षा, स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के क्षेत्र में राज दरभंगा के अमूल्य योगदान से स्थापित संस्थानों में दरभंगा महाराज का नाम जोड़ने की बात उठाई है। सोमवार को जारी अपने प्रेस बयान में उन्होंने कहा कि बात चाहे शिक्षा, स्वास्थ्य या सुरक्षा की हो अथवा किसी भी अन्य विषय का। ख्याल-मात्र आने से, इससे जुड़ी आधारभूत जरूरतों को पूरा करने में दरभंगा महाराज की रही अहम भूमिका संस्मरित होने लगता है। शिक्षण की दुरुस्त व्यवस्था के लिए जहां उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, कोलकाता विश्वविद्यालय, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, पटना विश्वविद्यालय, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय एवं कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के साथ ही देश के कई अन्य शैक्षणिक संस्थानों की स्थापना में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की स्थापना के लिए करीब 350 एकड़ भूमि दान में देकर उन्होंने अपनी दानशीलता का अभूतपूर्व परिचय दिया। साथ ही राज अस्पताल एवं महाराजाधिराज कामेश्वर सिंह मेमोरियल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर की स्थापना कर उन्होंने स्वास्थ्य के प्रति स्वयं के सचेत होने का बेहतर उदाहरण प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही सुरक्षा के मामले में वर्ष 1962 में दरभंगा में एयरपोर्ट के निर्माण एवं स्वतंत्रता की लड़ाई से लेकर पड़ोसी देशों के आक्रमण के अनेक मौकों पर मदद के लिए उठे उनके हाथ जगजाहिर हैं। इसके अतिरिक्त दरभंगा में सीएम कॉलेज की स्थापना सहित बस पड़ाव एवं मखाना अनुसंधान केंद्र की स्थापना में भी दरभंगा राज की मदद को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। लेकिन यह अत्यंत हास्यास्पद है कि उनके सद्प्रयासों से स्थापित मात्र कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय एवं महाराजाधिराज कामेश्वर सिंह मेमोरियल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर सरीखे कुछ संस्थानों में ही उनका नाम जोड़ा गया और शेष के नामकरण में उनके अमूल्य योगदान को नजरअंदाज कर दिया गया। हिन्दुस्थान समाचार/मनोज-hindusthansamachar.in