more-than-half-a-dozen-huts-burnt-to-ashes-due-to-cylinder-burst-in-patna
more-than-half-a-dozen-huts-burnt-to-ashes-due-to-cylinder-burst-in-patna

पटना में सिलेंडर फटने से आधा दर्जन से ज्यादा झोपड़ियां जलकर राख

पटना, 11 अप्रैल(हि.स)। खाना पकाने के दौरान रविवार की सुबह पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के मैनपुरा स्थित एलसीटी घाट पर सिलेंडर फटने से लगी आग की सूचना पर पहुंची पुलिस को स्थानीय लोगों के आक्रोश का भी सामना करना पड़ा। स्थानीय लोगों ने पाटलिपुत्र थाने की पुलिस के साथ धक्का मुक्की भी की। सिलेंडर फटने से करीब आधा दर्जन से ज्यादा झोपड़ियां जलकर राख हो गई। इससे वहां पर अफरा तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई। जिसके घर में सबसे पहले आग लगी थी उसके परिवार से आस पास के लोग मारपीट कर रहे थे। पुलिस ने जब उनको ऐसा करने से रोका तो वे पुलिस से ही उलझ गए । आगजनी से करीब तीन लाख रुपए की क्षति की बात कही जा रही है लेकिन, अग्निशमन विभाग इसका आकलन कर रहा है। महावीर वात्सल्य हॉस्पिटल के सामने एलसीटी घाट पर सुबह करीब 11:30 बजे एक झोपड़ी में अचानक धमाका हुआ और उसमें से आग की लपटें उठने लगीं। उक्त झोपड़ी के आसपास आधा दर्जन से अधिक झोपड़ियां थीं। इसमें होटल, और गैरेज भी शामिल है।आग की लपटें देख वहां पर अफरा तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई। किसी तरह से वहां पर रह रहे लोगों ने भागकर अपनी जान बचायी लेकिन, तब तक आग ने आस पास के करीब आधा दर्जन झोपड़ियों में फैल चुकी थी। तत्काल इसकी सूचना अग्निशमन विभाग को दी गई। इधर, आस पास में रहने वाले लोग पहले तो बचाव कार्य में जुट गए लेकिन आग की लपटें अन्य झोपड़ियों तक पहुंच गईं और झोपड़ी में रखे दो से तीन छोटा सिलेंडर फटने के बाद आग बुझाने का प्रयास कर रहे लोग वहां से भाग खड़े हो गए। फिर वे जिसके घर में सबसे पहले आग लगी थी उससे उलझ गए। उसके साथ मारपीट भी करने लगे। पुलिस जब स्थानीय लोगों को रोका तो वे उससे भी उलझ गए। काफी मशक्त के बाद आक्रोशित लोगों को शांत कराया गया। इस घटना के बाद सड़कों पर भीड़ जमा होने से एक लेन बंद हो गई। सिलेंडर फटने की सूचना मिलने के आधे घंटे के बाद दमकल की दो गाड़ी मौके पर पहुंच गई। तब तक आग बुझ चुकी थी। आगजनी से कितने की क्षति हुई? इसका अग्निशमन विभाग आकलन कर रहा है। हालांकि घटना में किसी के जख्मी होने की बात सामने नहीं आई है। घटना से काफी देर तक अफरातफरी मची रही। हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश/चंदा

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in