mithila39s-famous-makhana-is-available-for-sale-at-the-post-office
mithila39s-famous-makhana-is-available-for-sale-at-the-post-office

मिथिला का प्रसिद्ध मखाना डाकघर में बिक्री कि लिए हो गया है उपलब्ध

बिहार सर्किल के चीफ पोस्टमास्टर जनरल अनिल कुमार ने किया मखाना के उत्पादों की बिक्री का शुभारंभ पटना, 28 जनवरी (हि.स.)। मखाना के उत्पादों की बिक्री का शुभारंभ गुरुवार को बिहार सर्किल के चीफ पोस्टमास्टर जनरल अनिल कुमार ने कियाI मिथिला के मखाना की मांग देखते हुए बिहार डाक परिमंडल ने बिहार प्रदेश के चुनिन्दा डाकघरों के माध्यम से मखाना उपलब्ध करने का निर्णय लिया है,जिसके तहत बिहार डाक परिमंडल एवं मिथला नेचुरल्स, मधुबनी के बीच समझौता किया गया हैI अनिल कुमार ने बताया की मखाना को फॉक्स नट या कमल का बीज भी कहा जाता है । प्राचीन काल से मखाना को पर्वों में उपवास के समय खाया जाता है। मखाने में 9.7% आसानी से पचनेवाला प्रोटीन, 76% कार्बोहाईड्रेट, 12.8% नमी, 0.1% वसा, 0.5% खनिज लवण, 0.9% फॉस्फोरस एवं प्रति १०० ग्राम 1.4 मिलीग्राम लौह पदार्थ मौजूद होते हैं। मखाना से मिठाई, नमकीन और खीर भी बनाए जाते हैं। मखाना पौष्टिकता से भरपूर होता है, क्योंकि इसमें मैग्नेशियम, पोटाशियम, फाइबर, आयरन, जिंक आदि भरपूर मात्रा में होते हैं। इसे ऑर्गेनिक हर्बल भी कहते हैं, क्योंकि यह बिना किसी रासायनिक खाद या कीटनाशक के उपयोग से उगाया जाता हैI उन्होंने बताया कि सभी प्रकार के मखाना प्रोडक्ट्स जैसे मखाना खीर, मखाना इंस्टेंट मिल्क शेक ,फूल मखाना, मखाना लाबा इत्यादि, अंकित मूल्य से 10% की भारी छूट के साथ चुनिंदा डाकघरों में उपलब्ध कराए जा रहे हैं I ये सारे प्रोडक्ट्स अब आप चुनिंदा डाकघरों से खरीद सकते हैं। साथ ही आप घर बैठे डाकिया के माध्यम से भी मंगवा सकते हैं I इस मौके पर जीएम (फाइनेंस) सचिदानन्द प्रसाद, पोस्टमास्टर जनरल, पूर्वी प्रक्षेत्र, भागलपुर अनिल कुमार, निदेशक डाक सेवाएं (मुख्यालय) बिहार परिमंडल पंकज कुमार मिश्र, निदेशक,पूर्वी प्रक्षेत्र, भागलपुर पवन कुमार, सतर्कता अधिकारी, बिहार परिमंडल हम्माद जाफ़र, मुख्य डाकपाल पटना जीपीओ रास बिहारी राम, सहायक निदेशक (बीडी) बिहार परिमंडल सत्य रंजन और मिथिला नेचुरल्स के मैनेजिंग डायरेक्टर मनीष आनंद सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थेI हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/विभाकर-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in